बाबा केदार के दर्शन को सबसे ज्यादा भक्तजन, टूटे सारे रिकॉर्ड; गंगोत्री-यमुनोत्री का क्या हाल?
चारधाम यात्रा में बाबा केदार के दर्शन को सबसे ज्यादा भक्तजन जुट रहे हैं। 10 मई से शुरू हुई यात्रा में अब तक आए श्रद्धालुओं में करीब 45 फीसदी केदारनाथ मंदिर में आए हैं। जबकि बाकी 55 फीसदी श्रद्धालुओं ने बदरीनाथ धाम, गंगोत्री, यमुनोत्री मंदिर के दर्शन किए हैं।
15 किमी के मुश्किल पर्वतीय रास्ते पर हर-हर महादेव के नारे लगाते हुए हर दिन हजारों श्रद्धालु केदारनाथ पहुंच रहे हैं। रविवार देर शाम तक चारधाम में छह लाख 40 हजार 586 श्रद्धालु दर्शन कर चुके थे। इनमें अकेले केदारनाथ में 2.81 लाख श्रद्धालु आए हैं।
चारधाम की यात्रा शुरू होते ही तीर्थ यात्रियों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। एमपी, गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान सहित देश के अन्य राज्यों से तीर्थ यात्री दर्शन करने को उत्तराखंड पहुंच रहे हैं। तीर्थ यात्रियों की भारी भीड़ की वजह से यात्रा रूट पर कभी-कभी जाम की स्थिति भी बन रही है।
चारधाम यात्रा रूट पर पुलिस-प्रशासन पूरी मुस्तैदी के साथ काम कर रहा है। स्वास्थ्य सुविधाओं से लेकर अन्य सुविधाएं दुरस्त हैं। ट्रैफिक को नियंत्रण करने के लिए पुलिस ने अतिरिक्त फोर्स भी तैनात किया है, जिससे श्रद्धालुओं को काफी राहत मिल रही है।
मंदिर रविवार को अब तक
केदारनाथ 34893 2,81,713
बदरीनाथ 28055 1,20,757
यमुनोत्री 14135 1,25,608
गंगोत्री 11067 1,12,508
गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में लगी श्रद्धालुओं की लाइन
गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में यात्रा सुचारू और सुव्यवस्थित रूप से संचालित हो रही है। रविवार को सुबह 8 बजे तक गंगोत्री धाम में दो हजार से अधिक और यमुनोत्री धाम में डेढ़ हजार से अधिक श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं।
जबकि तीन हजार श्रद्धालु अभी धाम में मौजूद हैं। इसी तरह जानकीचट्टी से लेकर यमुनोत्री धाम तक लगभग सात हजार यात्री अभी मौजूद हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार सुबह 8 बजे तक गंगोत्री मार्ग पर उत्तरकाशी में 40, हीना और नेताला में 10, हर्षिल में 6 और गंगोत्री में 350 वाहनों को होल्ड पर रखा गया है।
यात्रा प्रबंधन के लिए विभिन्न विभागों और पुलिस के अधिकारी-कर्मचारी मुस्तदी से जुटे है। यात्रियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए यात्रा मार्गों पेयजल, टॉयलेट्स व साफ-सफाई की अतिरिक्त व्यवस्था भी सुनिश्चित की जा रही है।इसके साथ ही यमुनोत्री पैदल मार्ग पर सफाई की नियमित व्यवस्था करने के साथ ही यात्रियों के सहारे और सुविधा के लिए पहाड़ी की तरफ वाले हिस्सों में भी रेलिंग लगाई गई है।