भगवान केदारनाथ के कपाट खुलने की प्रक्रिया को लेकर सोमवार को बाबा केदार की पंचमुखी चल विग्रह डोली ऊखीमठ से केदारनाथ के लिए रवाना हो गई। उत्तराखंड चारधाम यात्रा के लिए तैयारी भी शुरू हो चुकी है। ऊं नम: शिवाय के उदघोष के बीच रावल भीमाशंकर लिंग की मौजूदगी में पूजा के बाद बड़ी संख्या में भक्तों के साथ डोली ने ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ से प्रस्थान किया।
सोमवार देर शाम को डोली विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी पहुंची। पंचमुखी डोली का संसारी, विद्यापीठ और गुप्तकाशी बाजार में जगह-जगह फूल वर्षा से भव्य स्वागत किया गया। सात मई को डोली विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी से चलकर रात्रि प्रवास फाटा करेगी।
बुधवार आठ मई को डोली रात्रि विश्राम को गौरीकुंड और गुरुवार नौ मई को डोली गौरीकुंड से प्रस्थान कर केदारनाथ पहुंचेगी। जहां 10 मई को सुबह सात बजे भगवान केदारनाथ के कपाटखोल दिए जाएंगे।
वेबसाइट पर अपडेट
पर्यटन विभाग की चारधाम यात्रा पंजीकरण की वेबसाइट registrationandtouristcare.uk.gov.in को लगातार अपडेट किया जा रहा है। पंजीकरण के दौरान श्रद्धालुओं, ट्रेवल कंपनियों और टूर ऑपरेटरों की ओर से पंजीकरण कराए जाते हैं। कई बार वेबसाइट हैंग होने के साथ ही दिक्कतें आती हैं। इन तमाम पहलुओं को देखते हुए वेबसाइट को लगातार अपडेट किया जा रहा है।
गंगोत्री, केदारनाथ-बदरीनाथ समेत चारधाम के कपाट खुलने की तारीखों का ऐलान हो गया है। केदारनाथ धाम के कपाट 10 मई को सुबह 7 बजे श्रद्धालुओं के लिए खुलेंगे जबकि, बदरीनाथ धाम के कपाट 12 मई को बह्ममुहूर्त का तीर्थ यात्रियों के लिए खुलेंगे। गंगोत्री धाम के कपाट 10 मई को अक्ष्य तृतीया के अवसर पर 12 बजकर 25 मिनट पर खोले जाएंगे।
बदरीनाथ धाम के कपाट खोलने की तारीखों का ऐलान बसंत पंचंमी के दिन हुआ था। जबकि, गंगोत्री और यमुनोत्री धामों के कपाट अक्ष्य तृतीया के दिन खुलेंगे। चारों धामों के कपाट खोलने को लेकर प्रशासन की ओर से तैयारियां पूरी जोरों पर चल रहीं हैं।