![](https://etvuttarakhand.com/wp-content/uploads/2024/04/h-26-750x450.jpg)
![](https://www.swastik-mail.in/wp-content/uploads/2024/07/300x250-1.jpeg)
उत्तराखंड लोकसभा चुनाव की मतदाता सूची में शामिल उत्तराखंड के दस जिलों में 3.53 लाख के करीब वोटर, चुनाव आयोग को दिए गए पते पर नहीं मिले हैं। इन मतदाताओं के घर पर नहीं मिलने के पीछे पलायन को मुख्य वजह माना जा रहा है।
निर्वाचन आयोग ने बूथ लेवल अधिकारी (बीएलओ) के जरिए मतदान से पूर्व मतदाताओं तक वोटर स्लिप पहुंचाने की व्यवस्था बनाई है। इसके तहत पिछले एक सप्ताह से राज्य के सभी जिलों में बीएलओ घर घर जाकर मतदाताओं को वोटर स्लिप उपलब्ध करा रहे हैं।
लेकिन बड़ी संख्या में ऐसे वोटर हैं जो बीएलओ को घर पर नहीं मिल रहे हैं। एक बार वोटर के न मिलने पर कई स्थानों पर बीएलओ दो और तीन बार भी स्लिप देने पहुंच रहे हैं। लेकिन इसके बावजूद वोटर नहीं मिल रहे हैं।
ऐसे में माना जा रहा है कि यह वे मतदाता हैं जिनके नाम तो मतदाता सूची में दर्ज हैं लेकिन वास्तव में वे रोजगार या अन्य वजहों से शहरों में पलायन कर गए हैं। विदित है कि राज्य में कुल 83 लाख के करीब मतदाता हैं।
किस जिले में नहीं मिल रहे कितने मतदाता
पिथौरागढ़ 75,273
देहरादून 45,700
बागेश्वर 43,600
टिहरी 41,000
पौड़ी 37,451
अल्मोड़ा 36,090
हरिद्वार 32441
चंपावत 22,660
यूएसनगर 15, 073
रुद्रप्रयाग 4000
कुल 3,53,288
कई बार रोजगार और कारोबार की वजह से मतदाता घर से बाहर होते हैं। ऐसे में वह बीएलओ को नहीं मिल पाए होंगे। हालांकि जो मतदाता घर पर नहीं मिले हैं, वे भी अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकते हैं। ऐसे लोगों से अपील है कि वे 19 अप्रैल को वैध दस्तावेजों के साथ पोलिंग बूथ पर वोट डालने जरूर जाएं।