एम्स ऋषिकेश में तैनात महिला जूनियर रेजीडेंट डॉक्टर ने नर्सिंग अफसर पर छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया है। पीड़िता ने इसकी शिकायत एम्स प्रशासन और पुलिस से की तो संस्थान के सीनियर और जूनियर रेजीडेंट मंगलवार को आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर भड़क गए और डीन कार्यालय के बाहर हंगामा करते हुए आरोपी की गिरफ्तारी की मांग की।
शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने आरोपी नर्सिंग अफसर सतीश कुमार निवासी रेवाड़ी हरियाणा को हिरासत में ले लिया। वहीं, एम्स ऋषिकेश प्रशासन ने आरोपी अफसर को सस्पेंड कर दिया है। पुलिस के मुताबिक घटना 19 मई की है। महिला डॉक्टर का आरोप है कि ऑपरेशन थिएटर में नर्सिंग अफसर ने छेड़खानी की।
इसकी शिकायत पीड़िता ने एम्स प्रशासन, विशाखा समिति से करते हुए पुलिस को आरोपी के खिलाफ नामजद तहरीर दी। संस्थान प्रकरण की जांच में जुटा ही था कि मंगलवार को यह मामला सामने आने पर सीनियर और जूनियर रेजीडेंट हंगामा करने लगे।
कोतवाल शंकर सिंह बिष्ट ने बताया कि पीड़िता की शिकायत पर आरोपी को हिरासत में लेकर उसके खिलाफ छेड़छाड़, धमकी देने समेत कई अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। उधर, एम्स के जनसंपर्क अधिकारी संदीप कुमार सिंह ने बताया कि आरोपी नर्सिंग अफसर को कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह ने सस्पेंड कर दिया है।
छेड़छाड़ में आरोपी नर्सिंग अफसर को सस्पेंड कर दिया गया है। मनोरोग वार्ड में आरोपी के भर्ती होने के मामले में कोई मेडिकल हिस्ट्री नहीं मिली है। एम्स बड़ा संस्थान है और ऐसे मामलों की रोकथाम के लिए सुधारात्मक कदम उठाए जा रहे हैं। आरोपी की बर्खास्तगी को लेकर विस्तृत जांच के बाद फैसला लिया जाएगा।
संदीप कुमार सिंह, जनसंपर्क अधिकारी, एम्स
आरोपी पर गिर सकती है बर्खास्तगी की गाज
एम्स प्रशासन ने सिर्फ आरोपी नर्सिंग अफसर को सस्पेंड ही नहीं किया है, बल्कि मामले की जांच कर उसकी बर्खास्तगी की कार्यवाही के भी प्रयास तेज कर दिए गए हैं। महिला चिकित्सक से छेड़छाड़ और धमकी के मामले में शुरूआती जांच में एम्स प्रशासन ने निलंबन की कार्रवाई कर दी है। वहीं, एक के बाद एक सामने आते मामलों से एम्स सुर्खियों में बना हुआ है। इसको लेकर एम्स प्रशासन हर पहलू पर पैनी नजर रख रहा है।