अमित शाह का फेक वीडियो वायरल करने के आरोप में देहरादून में केस दर्ज, इस पेज पर लिया गया ऐक्शन
सोशल मीडिया पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का फर्जी वीडियो प्रसारित के आरोप में शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस की जांच में पता चला है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर ‘अर्बन पहाड़ी’ नाम के पेज से यह वीडियो प्रसारित किया गया। एसएसपी के निर्देश पर जांच शुरू कर दी गई है।
देहरादून के एसएसपी अजय सिंह ने बुधवार की देर शाम भ्रामक तथ्यों पर आधारित एक वीडियो प्रसारित होने के मामले का संज्ञान लिया। साइबर सेल एवं सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल को अलर्ट करते हुए एसएसपी ने वीडियो की जांच के साथ कार्रवाई के निर्देश दे दिए।
एसएसपी ने बताया कि पुलिस को शिकायत मिली कि समाज में वैमनस्यता फैलाने और लोकसभा निर्वाचन प्रक्रिया को प्रभावित करने के मंसूबे से गृह मंत्री अमित शाह का एक कूटरचित वीडियो ‘अर्बन पहाड़ी’ नाम के ‘एक्स’ हैंडल पर प्रसारित किया जा रहा है। इस पर साइबर सेल देहरादून की प्रारंभिक जांच में शिकायत सही पाई गई।
इस भ्रामक वीडियो को दूसरे कई माध्यमों से भी प्रसारित किए जाने की पुष्टि हुई। इसके बाद प्रभारी-साइबर सेल के निरीक्षक मनोज मैनवाल ने शहर कोतवाली में तहरीर दी, जिसके आधार पर ‘अर्बन पहाड़ी’ पेज के संचालक के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया गया।
कांग्रेस की झारखंड इकाई के अध्यक्ष राजेश ठाकुर को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के फर्जी वीडियो मामले की जांच के सिलसिले में दिल्ली पुलिस ने दो मई को तलब किया है। कांग्रेस प्रवक्ता ने बताया कि राजेश ठाकुर को 28 अप्रैल को दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ द्वारा दर्ज की गई एक प्राथमिकी के संबंध में दिल्ली पुलिस के ‘इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस’ (आईएफएसओ) कार्यालय में जांच में शामिल होने के लिए कहा गया है।
राजेश ठाकुर ने कहा, ‘दिल्ली पुलिस से मंगलवार को मुझे नोटिस मिला। लेकिन यह मेरी समझ से परे है कि मुझे नोटिस क्यों दिया गया है। यह अराजकता के अलावा और कुछ नहीं है। यदि कोई शिकायत थी तो उन्हें सबसे पहले सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर मेरे अकाउंट पर उपलब्ध सामग्री को सत्यापित करना चाहिए था। चुनाव प्रचार अपने चरम पर है और चुनाव अभियान में मेरी व्यस्तता को समझा जा सकता है। इस स्थिति में, उन्होंने मेरा लैपटॉप और अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामान मांगे हैं। चीजों को सत्यापित किये बिना समन जारी करना उचित नहीं है।’ इसी बीच, कांग्रेस की झारखंड इकाई के ‘एक्स’ हैंडल पर कहा गया है कि एक विधिक मांग पर अकाउंट पर रोक लगा दी गई है।