गढ़वाल संसदीय क्षेत्र में 43 वर्ष पूर्व 1981 में हुआ लोकसभा चुनाव काफी रोचक हुआ था। उत्तर प्रदेश सरकार ने बिना चुनाव आयोग की अनुमति के गढ़वाल सीट पर हरियाणा समेत अन्य राज्यों की पुलिस बल को तैनात कर दिया था। इसकी शिकायत होने पर आयोग ने जून 1981 में चुनाव निरस्त कर तीन माह में दोबारा चुनाव कराने का आदेश दिया था।
दरअसल, तब गढ़वाल सीट पर डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट फ्रंट से हेमवती नंदन बहुगुणा और कांग्रेस (आई) से चंद्रमोहन सिंह नेगी चुनाव लड़ रहे थे। बहुगुणा ने इस चुनाव में कांग्रेस (आई) द्वारा चुनाव आचार संहिता के बड़े पैमाने पर उल्लंघन का आरोप लगाया था।
उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री ने नेगी के लिए प्रचार करके सभी परंपराओं को तोड़ दिया है। यही नहीं तब कांग्रेस प्रत्याशी के लिए पांच राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने भी प्रचार किया था। बहुगुणा ने मुख्य चुनाव आयुक्त एसएल शंखधर ने भेंट कर 56 मतदान केंद्रों पर कब्जा कर गड़बड़ी करने का आरोप लगाया था।
चुनाव न केवल स्वतंत्र और निष्पक्ष होने चाहिए दिखाई भी देने चाहिए