प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने मंगलवार को राष्ट्रीय खेलों के शुभारंभ से पहले राजीव गांधी इंटरनेशनल स्टेडियम के समीप बने राष्ट्रीय खेल सचिवालय में राज्य से जुड़ीं नौ अहम परियोजनाओं के प्रस्तुतीकरण दिखाए गए। इनमें देहरादून शहर की तीन बड़ी परियोजाओं रिंग रोड, रिस्पना-बिंदाल एलिवेटेड रोड और झाझरा-मसूरी सड़क परियोजना को रखा गया। पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने प्रधानमंत्री को इन योजनाओं के फायदे भी गिनाए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने सरकार की ओर से हजारों करोड़ की नई सड़क, टनल और रेल परियोजनाओं की पैरवी की गई। माना जा रहा है कि अब निकट भविष्य में केंद्र इन परियोजनाओं को हरी झंडी दे सकती है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की मौजूदगी में हुए इस प्रस्तुतीकरण कार्यक्रम के दौरान राज्य की रेल, सड़क और टनल से जुड़ी हजारों करोड़ की परियोजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। इस दौरान यमुनोत्री और बागेश्वर रेल परियोजना के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी गई।
जौलीग्रांट से टिहरी झील के लिए टनल
लोनिवि के अधिकारियों की ओर से दिए गए प्रस्तुतीकरण के दौरान सबसे पहले टिहरी झील के विकास के लिए तैयार की जा रही 250 किमी रिंग रोड की जानकारी दी गई। साथ ही टिहरी झील तक लोगों की पहुंच आसान बनाने के लिए जौलीग्रांट के समीप से कोटीकॉलोनी तक 42 किमी लंबी नई सड़क परियोजना बनाने की पैरवी की गई। इसमें 17 किमी टनल शामिल है। परियोजना पर 5500 करोड़ खर्च होने की उम्मीद है।
20 सड़कों के लिए बजट की मांग की
प्रधानमंत्री से मानसखंड मंदिरमाला परियोजना के पहले चरण के तहत चयनित 16 मंदिरों के संपर्क मार्ग के लिए 20 सड़कों के सुधार के लिए बजट मांगा गया है। प्रजेंटेशन के अनुसार इस परियोजना पर 300 करोड़ के करीब खर्च होने का अनुमान है।
हाथीपांव से मसूरी तक पांच किमी लंबी टनल
देहरादून रिंगरोड परियोजना के तहत झाझरा से मसूरी के लिए नई सड़क की भी पैरवी की गई। इस परियोजना के तहत दो टनल प्रस्तावित हैं जिसमें से पांच किमी लंबी एक टनल हाथीपांव से मसूरी के बीच बनाई जाएगी।
दून शहर के चारों ओर प्रस्तावित है रिंग रोड
दून शहर के चारों ओर रिंग रोड की योजना है। एनएचएआई इस योजना का प्रस्ताव तैयार का केंद्र सरकार को भेज चुका है। शहर में ट्रैफिक का दबाव कम करने के लिए इस योजना को बनाया जाना है। करीब 52 किमी की इस योजना को यदि मंजूरी मिलती है, दून को बड़ी सौगात मिल जाएगी।
झाझरा से मसूरी तक बाईपास सड़क
आशारोड़ी से झाझरा तक फोरलेन सड़क का काम चल रहा है। झाझरा सुद्धोवाला से मसूरी के लिए एक नया वैकल्पिक मार्ग बनाने की योजना पर काम चल रहा है। इसकी अनुमानित लागत 3,700 करोड़ रुपये तक हो सकती है। आशारोड़ी से झाझरा पहुंचने के बाद मसूरी के लिए प्रस्तावित वैकल्पिक मार्ग सुद्धोवाला क्षेत्र से मिलेगा। यह मसूरी में लाइब्रेरी चौक के पास समाप्त होगा। अभी यह वैकल्पिक अस्थाई मार्ग है।