उत्तरकाशी में बनी मस्जिद को लेकर जमकर बवाल मचा हुआ है। हिंदू जनाक्रोश महारैली के दौरान पुलिस पर पथराव के बाद जमकर बवाल हुआ। जवाब में पुलिस ने लाठीचार्ज किया जिसमें 29 लोग घायल हुए।
इनमें स्वामी दर्शन भारती, नौ पुलिसकर्मी और एक बच्चा भी शामिल है। शांति व्यवस्था को बनाए रखने के लिए डीएम उत्तरकाशी ने जिले में गत गुरुवार को हुए घटनाक्रम को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा उत्तरकाशी में धारा 163 BNSS लागू की गई है।
उत्तरकाशी में इस तरह के बवाल की आशंका किसी को नहीं थी। महारैली से जुड़े लोग बाड़ाहाट क्षेत्र में स्थित एक मस्जिद को अवैध बताकर इसे हटाने की मांग कर रहे थे। प्रशासन की ओर से मस्जिद को वैध बताया गया।
फिर भी आयोजक रैली करने की जिद पर अड़े रहे। सवाल यह उठ रहा है कि आखिर पहाड़ की शांत फिजा को कौन खराब करना चाहता है। राष्ट्रीय श्रीराम सेवा दल, राष्ट्रीय हिंदू संघ, गंगा विश्व शांति सद्भावना मंच, बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद, हिंदू युवा वाहिनी आदि संगठनों से जुड़े लोग गुरुवार को महारैली में शामिल हुए थे।
संयुक्त सनातन धर्म रक्षक दल के बैनर तले इस रैली को निकाला गया। जिसमें व्यापार मंडल ने भी अपना सहयोग दिया था। डुंडा, भटवाड़ी, जोशियाड़ा, उत्तरकाशी आदि जगहों पर व्यापार मंडलों ने रैली को अपना समर्थन देते हुए प्रतिष्ठान बंद रखे। ऐसे मामलों में मुखर स्वामी दर्शन भारती, लखपत भंडारी, राकेश उत्तराखंडी, केशव गिरि महाराज आदि भी रैली में शामिल होने पहुंचे।
इन लोगों के रैली में शामिल होने पर संगठनों का उत्साह और भी चरम पर था। उत्तरकाशी में पहली बार इस तरह की घटना होगी इसका अंदाजा किसी को नहीं था। पहाड़ के हिस्से अब तक आपदा ही आती रही है।
लेकिन अब इस तरह के मुद्दों को लेकर माहौल खराब किया जा रहा है। उत्तरकाशी की अपनी अलग सांस्कृतिक पहचान रही है। अब इस तरह के विवाद शुरू हो गए हैं। प्रशासन धार्मिक स्थल पर स्थिति कर चुका स्पष्ट प्रशासन साफ कर चुका है कि धार्मिक स्थल सरकारी भूमि पर निर्मित नहीं है। इसको लेकर प्रशासन ने जानकारी सार्वजनिक की है।
स्वामी दर्शन भारती ने कहा कि यदि धार्मिक स्थल अवैध है तो उसे हटाया जाना चाहिए। उनका आरोप है कि पहले प्रशासन ने आरटीआई में गलत जानकारी दी, इस बात का संतुष्टजनक जवाब भी प्रशासन को देना चाहिए। उधर, महारैली में इतना बवाल हो सकता है, खुफिया तंत्र इसका अंदाज नहीं लगा पाया।
प्रशासन को चेताया
स्वामी दर्शन भारती ने कहा कि प्रशासन हमारे साथ नाइंसाफी कर रहा है। हमें देवता की पूजा के लिए एकत्र नहीं होने दिया जा रहा है, जबकि दूसरे पक्ष को छूट दी जा रही है। हमने प्रशासन से मांग की है कि दूसरे पक्ष को नमाज से रोका जाए। यदि ऐसा नहीं किया जाता है तो हम फिर बाजार बंद करने को बाध्य होंगे।
‘विवादित है धार्मिक स्थल, ध्वस्त करें’
महारैली निकालने से पहले हनुमान चौक पर सभी संगठनों के कार्यकर्ता और व्यापार मंडल के लोग एकत्रित हुए। इस दौरान स्वामी दर्शन भारती ने दावा किया कि एक धार्मिक स्थल अवैध है, इसका ध्वस्तीकरण होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस जगह अब धार्मिक स्थल बना है, वहां पहले मकान था। धीरे-धीरे करके इसको विस्तार दिया जा रहा है।
पथराव करने वालों की पहचान में जुटी पुलिस
उत्तरकाशी। हिंदू जनाक्रोश महारैली के दौरान हुई पत्थरबाजी के बाद मामला शांत है। सुरक्षा के दृष्टिगत उत्तरकाशी में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। पथराव करने वाले उपद्रवियों को पकड़ने के लिए पुलिस घटना की जांच करेगी। एसपी अमित श्रीवास्तव ने बताया कि रैली को लेकर जिन लोगों को नोटिस दिए गए थे, उन पर भी विधिक कार्रवाई को लेकर विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि रैली के बाद से शहर में शांति व्यवस्था बनी है। पथराव करने वालों की पहचान की जा रही है।
हाईवे पर तीन घंटे जाम लगा हनुमान चालीसा पढ़ी
उत्तरकाशी। उत्तरकाशी में गुरुवार को हिंदू जनाक्रोश रैली के दौरान भटवाड़ी रोड पर बैरिकेडिंग लगाकर रोके जाने पर प्रदर्शनकारियों ने करीब तीन घंटे तक गंगोत्री नेशनल हाईवे पर जाम लगाए रखा। पुलिस के साथ धक्का मुक्की कर आगे जाने की कोशिश में लगे प्रदर्शनकारियों के मंसूबे नाकाम होने पर वह सड़क पर ही बैठे गए और नोरबाजी करने लगे। इस दौरान भीड़ ने हाईवे पर हनुमान चालीसा का पाठ किया।