उत्तराखंड में मॉनसून जैसे-जैसे जोर पकड़ रहा है, वैसे-वैसे मुश्किलें बढ़ने लगी हैं। रविवार रात बागेश्वर में बादल फटने से दो मकान ध्वस्त हो गए। नैनीताल में भी ऐसी ही स्थिति रही। गढ़वाल-कुमाऊं के विभिन्न इलाकों में भूस्खलन,बोल्डर गिरने की घटनाओं से केदारनाथ हाईवे समेत कई सड़कों पर सोमवार को आवाजाही प्रभावित रही।
मौसम विभाग ने चार जुलाई तक कुमाऊं मंडल के लिए भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। बागेश्वर, चम्पावत, यूएसनगर, अल्मोड़ा और नैनीताल जिलों में प्रशासन ने मंगलवार को 12वीं तक के निजी-सरकारी स्कूल बंद रखने के आदेश दिए हैं।उत्तराखंड के पर्वतीय से लेकर मैदानी इलाकों तक में पिछले 24 घंटे में अच्छी बारिश हुई। मौसम विज्ञान केंद्र, दून के निदेशक डॉ.बिक्रम सिंह ने सोमवार को बताया कि बागेश्वर व नैनीताल जिलों के कुछ इलाकों में रविवार रात को साढ़े 11 से साढ़े 12 बजे के बीच 96 एमएम तक बारिश हुई। यह बादल फटने जैसी स्थिति है।
मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में अगला एक सप्ताह बारिश के लिहाज से बहुत संवेदनशील है। कुमाऊं में दो से चार जुलाई तक बागेश्वर,नैनीताल, चंपावत, पिथौरागढ़ में भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका है। इन क्षेत्रों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। गढ़वाल मंडल में ऑरेंज अलर्ट रहेगा।गढ़वाल में देहरादून, टिहरी, पौड़ी, हरिद्वार में भारी से भारी बारिश हो सकती है। छह एवं सात जुलाई को गढ़वाल मंडल में बारिश बढ़ने की संभावना है। डॉ.सिंह ने कहा कि प्रदेश की नदियों का जलस्तर बढ़ने और भूस्खलन की आशंका है। ऐसे में पर्वतीय क्षेत्रों की गैरजरूरी यात्रा करने से परहेज करें।
मुश्किल
1.बागेश्वर की कपकोट में दो मकान ध्वस्त हो गए
2. बदरीनाथ में अलकनंदा का जलस्तर बढ़ा, पुलिस ने मुनादी कराई
3.केदारनाथ हाईवे फाटा के समीप छह घंटे बंद रहा
4.गंगोत्री हाईवे धरासू के पास करीब एक घंटे बंद रहा
5.पिथौरागढ़ के धारचूला, मुनस्यारी में तीन सड़कें बंद हो गईं
6. पिथौरागढ़ में काली नदी का जलस्तर चेतावनी के बेहद करीब।
मुश्किल
1.बागेश्वर की कपकोट में दो मकान ध्वस्त हो गए
2.बदरीनाथ में अलकनंदा का जलस्तर बढ़ा, पुलिस ने मुनादी कराई
3.केदारनाथ हाईवे फाटा के समीप छह घंटे बंद रहा
4.गंगोत्री हाईवे धरासू के पास करीब एक घंटे बंद रहा
5.पिथौरागढ़ के धारचूला, मुनस्यारी में तीन सड़कें बंद हो गईं
6. पिथौरागढ़ में काली नदी का जलस्तर चेतावनी के बेहद करीब।