दक्षिणी-पश्चिमी मॉनसून का गुरुवार को यूपी, बिहार और उत्तराखंड में आगमन हो गया। पश्चिमी यूपी को गुरुवार को मौसम ने बड़ी राहत दे दी। उत्तराखंड के हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर के कुछ हिस्सों को छोड़कर मॉनसून ने पूरे राज्य को कवर कर लिया है। मौसम विभाग ने तीन जुलाई तक प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। वहीं बिहार के पटना में बारिश के साथ गुरुवार को मॉनसून राज्य के 18 जिलों में पहुंच गया। राजधानी पटना में गुरुवार को 43 मिमी बारिश हुई। गुरुवार को हुई झमाझम बारिश से किसानों के चेहरे खिल उठे। वहीं लोगों को गर्मी से राहत मिली। अगले कुछ दिनों तक लोगों को लू से राहत मिलने के आसार हैं।
गुरुवार को यूपी के एनसीआर समेत कुछ हिस्सों में मॉनसून की झमाझम बारिश हुई, जबकि कई जगह प्री-मॉनसूनी बारिश ने भिगोया। मेरठ में सुबह के वक्त करीब चार घंटे में 22.1 मिमी बारिश रिकॉर्ड हुई। बिजनौर, बागपत, बुलंदशहर, मुजफ्फरनगर और हापुड़ में भी जोरदार बारिश हुई। जिससे अधिकतम तापमान में भी काफी गिरावट दर्ज की गई है। गोरखपुर, कानपुर और आसपास क्षेत्र में अगले 24 घंटों में हल्की से मध्यम बारिश हुई। दक्षिणी-पश्चिमी मॉनसून अगले दो दिनों में पूर्वी उत्तर प्रदेश के अधिकांश हिस्सों और पश्चिमी यूपी के कुछ और इलाकों में मॉनसून के सक्रिय होने पूरे आसार बन गए हैं।आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के वैज्ञानिक अतुल कुमार ने बताया कि अगले दो दिनों में राजधानी लखनऊ में भी मॉनसूनी बारिश होने के आसार हैं। बीते 24 घंटों के दरम्यान प्रदेश में सबसे अधिक 18 मिली बारिश मुरादाबाद के बिलारी में रिकॉर्ड की गई।
दक्षिण-पश्चिम मॉनसून ने पांच दिन की देरी के बाद गुरुवार को हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में दस्तक दी। राज्य की राजधानी शिमला और हमीरपुर जिले के कुछ हिस्सों में भी बारिश हुई। मौसम विभाग ने गुरुवार को 28 जून से 1 जुलाई तक अगले भारी बारिश की पीली चेतावनी जारी की है। पिछले 24 घंटों में अधिकतम तापमान में उल्लेखनीय गिरावट आई है। नेरी दिन में सबसे गर्म रहा, जहां अधिकतम तापमान 34.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि जनजातीय लाहौल एवं स्पीति का कुकुमसेरी रात में सबसे ठंडा रहा, जहां न्यूनतम तापमान 7.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
केरल में भारी बारिश, कई जिलों में चेतावनी जारी
केरल के कई हिस्सों में बुधवार रात शुरू हुई मूसलाधार बारिश गुरुवार को भी जारी रही। अधिकारियों ने लोगों से पहाड़ी और जलमग्न क्षेत्रों की यात्रा करते समय अत्यधिक सावधानी बरतने का आग्रह किया है। वहीं, मौसम विभाग ने गुरुवार को राज्य के सात जिलों में ऑरेंज अलर्ट और शेष जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है। बाढ़ से प्रभावित लोगों की सहायता के लिए पथनमथिट्टा और अलप्पुझा जिलों में राहत शिविर खोले गए हैं। कई जिलों में सभी स्कूल कॉलेजों में गुरुवार को अवकाश घोषित कर दिया है।
राजस्थान के कई इलाकों में बीते चौबीस घंटे में भारी से अति भारी बारिश दर्ज की गई। सबसे अधिक बारिश धौलपुर में 131 मिलीमीटर दर्ज की गई। मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार पिछले 24 घंटे में भरतपुर, अजमेर व कोटा संभाग के कुछ भागों में मेघ गर्जन के साथ भारी से अति भारी वर्षा दर्ज की गई है। वहीं जोधपुर, बीकानेर संभाग के कुछ भागों में तथा उदयपुर, जयपुर संभाग के अनेक भागों में मेघ गर्जन के साथ हल्की से मध्यम बारिश हुई। पिछले 24 घंटे में राज्य में सर्वाधिक अधिकतम तापमान 43.0 डिग्री बीकानेर में दर्ज किया गया।
बंगाल में भारी बारिश की संभावना
मौसम विभाग ने कहा कि बंगाल की खाड़ी से आने वाली तेज दक्षिण-पश्चिमी हवाओं के कारण शुक्रवार से पांच दिनों तक पूरे पश्चिम बंगाल में भारी बारिश होने की संभावना है। गुरुवार सुबह 8.30 बजे तक पिछले 24 घंटों में अलीपुरद्वार में सबसे अधिक 73.2 मिमी बारिश दर्ज की गई। जबकि इस अवधि के दौरान कूचबिहार में 67.4 मिमी बारिश हुई।