यूपी, दिल्ली, बिहार, गुजरात आदि राज्यों में जाने और वहां से आने वाले रेल यात्रियों की मुसीबतें अगले छह दिन तक बढ़ने वाली है। वंदे भारत समेत 20 ट्रेनों का संचालन प्रभावित रहेगा। ऐसे में लंबी दूरी का सफर तय करने वाले रेल यात्रियों को सबसे ज्यादा परेशानी हो सकती है।
ट्रेनों का संचालन 3 जुलाई तक प्रभावित रहेगा। उत्तराखंड के रुड़की रेलवे स्टेशन पर यार्ड रिमॉडलिंग का काम 27 जून गुरुवार से तीन जुलाई तक चलेगा। इस कारण दून और हरिद्वार आने-जाने वाली 20 ट्रेनों का संचालन प्रभावित रहेगा। कुछ ट्रेनें तीन दिन, जबकि ज्यादातर ट्रेनें हफ्तेभर तक निरस्त रहेंगी।दून-सहारनपुर के बीच चलने वाली पैसेंजर ट्रेन सात दिन और दून-दिल्ली के बीच वंदेभारत एक्सप्रेस तीन दिन निरस्त रहेगी। जबकि, शताब्दी एक्सप्रेस तीन दिन सहारनपुर तक आएगी और वहां से वापस जाएगी। दून रेलवे स्टेशन के अधीक्षक रविंद्र कुमार ने बुधवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि दून से सहारनपुर और सहारनपुर से दून आने वाली पैसेंजर ट्रेन 27 जून से तीन जुलाई तक रद रहेगी। दून से दिल्ली और दिल्ली से दून आने वाली वंदेभारत एक्सप्रेस एक से तीन जुलाई तक रद रहेगी।दिल्ली से दून आने वाली शताब्दी एक से तीन जुलाई तक सहारनपुर तक ही आएगी और वहां से वापस जाएगी। इस कारण रेलयात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।
इन प्रमुख रेलगाड़ियों को किया गया है निरस्त
दून-सहारनपुर-दून (पैसेंजर) 27 से 30 जून
सहारनपुर-मुरादाबाद मेमू एक्सप्रेस 27 से 30 जून
मुरादाबाद-सहारनपुर मेमू एक्सप्रेस 27 जून से एक जुलाई
हरिद्वार-पुरानी दिल्ली-हरिद्वार एक्सप्रेस 28 से 30 जून
दिल्ली-हरिद्वार-दिल्ली एक्सप्रेस 28 से 30 जून
दून-दिल्ली वंदेभारत एक्सप्रेस 27 से 30 जून
अहमदाबाद-योगनगरी ऋषिकेश योगा एक्सप्रेस 27 से 29 जून
योगनगरी ऋषिकेश-अहमदाबाद 28 से 30 जून
पुरी-योगनगरी ऋषिकेश उत्कल एक्सप्रेस 27 से 28 जून
योगनगरी ऋषिकेश-पुरी 28 से 30 जून
योगनगरी ऋषिकेश, लक्ष्मीबाई नगर एक्सप्रेस 28 और 29 जून
लक्ष्मीबाई नगर-योगनगरी ऋषिकेश 29 और 30 जून
दून-ओखा-दून उत्तरांचल एक्सप्रेस 28 और 30 जून
लंबी दूरी की ट्रेनों में जनरल कोच बढ़ेंगे
लक्सर। एक्सप्रेस ट्रेनों में जनरल और स्लीपर क्लास के कोच कम करने से मुसाफिरों को हो रही परेशानी पर रेलवे ने संज्ञान लिया है। डीआरएम मुरादाबाद ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में यह समस्या उठाई थी। इसके बाद रेलवे ने ज्यादा भीड़भाड़ वाली ट्रेनों में जनरल कोच बढ़ाने का प्रस्ताव मंडल से मांगा है।
हाल ही में रेलवे ने 22 कोच की एसएलबी ट्रेनों में रैकों की मानकीकरण का नया फार्मूला लागू किया है। पहले इन ट्रेनों में चार जनरल और सात स्लीपर कोच थे। नए फार्मूले के बाद अब दो जनरल और दो स्लीपर कोच रह गए हैं। जबकि 70 फीसदी मुसाफिर कम दूरी का सफर जनरल और लंबी दूरी की यात्रा स्लीपर क्लास में करते हैं। मुरादाबाद मंडल के सीनियर डीसीएम आदित्य गुप्ता ने बताया कि रेलवे प्रबंधक की ओर से ट्रेनों में जनरल कोच की संख्या बढ़ाने का आग्रह किया गया था। बताया कि उनके आग्रह पर रेल मंत्री ने सहमति जताई है।