इन दिनों साउथ के सुपरस्टार रजनीकांत उत्तराखंड की आध्यात्मिक यात्रा पर हैं. सबसे पहले वे ऋषिकेश के दयानंद आश्रम पहुंचे. जहां उन्होंने गुरु सुधानंद सरस्वती का हाल जाना. फिर वे बदरीनाथ धाम गए और बदरी विशाल का आशीर्वाद लिया. इसके बाद अब रजनीकांत अल्मोड़ा के द्वाराहाट पहुंचे हैं. जहां उन्होंने महावतार बाबा की गुफा में पहुंचकर गहन ध्यान साधना की और आशीर्वाद प्राप्त किया.
दक्षिण भारत के फेमस एक्टर रजनीकांत इन दिनों निजी और आध्यात्मिक यात्रा पर देवभूमि उत्तराखंड पहुंचे हुए हैं. उन्हें उत्तराखंड में आए हुए कई दिन हो गए हैं. पहले वे ऋषिकेश पहुंचे थे. जिसके बाद वे बदरीनाथ धाम गए. अब वे अल्मोड़ा के द्वाराहाट पहुंचे. उनकी यह यात्रा पूरी तरह से गोपनीय थी, लेकिन बुधवार को उनके द्वाराहाट में होने की खबर मिलते ही स्थानीय लोग उत्साह के साथ उनसे मिलने पहुंच गए.
रजनीकांत अपने पारिवारिक मित्र बीएस हरि के आवास ‘गुरु शरणम’ गए. जहां उन्होंने कुछ समय विश्राम भी किया. इसके बाद वे योगदा सत्संग आश्रम पहुंचे. जहां स्वामी अमेयानंद गिरि और ब्रह्मचारी राघवानंद ने उनका स्वागत किया. रजनीकांत ने आश्रम परिसर में कृष्ण मंदिर के दर्शन किए. इसके बाद ध्यान मंदिर में कुछ समय ध्यान में लीन रहे.
रजनीकांत पिछले दो दशकों से भी ज्यादा समय से योगदा आश्रम और महावतार बाबा की गुफा में आते रहे हैं. जहां पर वे ध्यान और साधना करते हैं. इस बार भी वे द्वाराहाट पहुंचे. जहां से उन्होंने कुकुछीना होते हुए बाबा की गुफा तक की यात्रा की. 21 किलोमीटर की सड़क यात्रा, फिर करीब डेढ़ किलोमीटर की कठिन चढ़ाई पार कर स्मृति भवन पहुंचे. जहां पर उन्होंने कुछ देर विश्राम किया. उसके बाद उन्होंने गुफा में ध्यान लगाया और पूजा अर्चना की.
रजनीकांत का कहना है कि अब उनका उद्देश्य केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि समाज और युवाओं में सकारात्मक ऊर्जा पहुंचाना है. वे अपने करियर के इस दौर में आध्यात्मिक साधना और सिनेमा के बीच संतुलन बनाकर आगे बढ़ना चाहते हैं. शायद यही कारण है कि वे बार-बार देवभूमि उत्तराखंड की शांत वादियों में आकर आत्मिक शांति प्राप्त करते हैं.