अल्मोड़ा के बिनसर में 13 जून को वनाग्नि की घटना में चार वनकर्मियों की मौत हो गई थी। जिसमें से अभी तक नाबालिग फायर वॉचर को लेकर गुत्थी सुलझने का नाम नहीं ले रही है। वन विभाग अभी भी नाबालिग को अपना कर्मचारी मानने को तैयार नहीं है। कैबिनेट मंत्री के प्रभावित परिजनों से मिलने के बाद भी मामले में कोई हल नहीं निकल सका है।
वन विभाग ने किया नाबालिग को कर्मचारी मानने से मना
वन विभाग अब भी मृतक करन आर्य (17) को अपना अपना कर्मी मानने से मना कर रहा है। अल्मोड़ा के डीएफओ हेम चंद्र गहतोड़ी का कहना है कि मृतक नाबालिग उसके दस्तावेजों में फॉयर वॉचर नहीं है। नाबालिग के फॉयर वॉचर की नियुक्ति संबंधी कोई दस्तावेज उसके पास मौजूद नहीं है। हालांकि विभाग का कहना है की मृतक के पिता को रोजगार दिया जायेगा।
कैबिनेट मंत्री ने की मृतक के परिजनों से मुलाकात
सोमवार को कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या मृतक के परिजनों से मिलने पहुंची थी। इस दौरान मृतक के परिजनों ने कैबिनेट मंत्री के सामने ये मामला रखा था। जिसके बाद भी मामले में कोई हल नहीं निकल सका है। वन विभाग का कहना है की मृतक के परिजनों को रोजगार दिया जाएगा। लेकिन यह किस तरह का रोजगार होगा इसका स्पष्ट जवाब वन विभाग के पास भी नहीं है।