उत्तरकाशी में आई आपदा के बाद धर्मनगरी हरिद्वार को लेकर भी कई लोग तरह-तरह के फेक वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड किए जा रहे हैं. वीडियो में हर की पौड़ी पर भी मां गंगा का तेज- बहाव दिखाया जा रहा है. वहीं मां मनसा देवी के पहाड़ को लेकर भी अलग-अलग भ्रामक सूचना सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही है. सोशल मीडिया पर भ्रामक वीडियो वायरल करने पर गंगासभा में आक्रोश है. हरिद्वार एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने कहा कि सोशल मीडिया पर बिना किसी पुष्टि के भ्रामक वीडियो अपलोड या फिर वायरल करने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
गंगासभा के तीर्थ पुरोहित उज्ज्वल पंडित ने लोगों से अपील की गई है कि जैसा वीडियो में दिखाया गया है ऐसा कुछ भी नहीं है. ये हरिद्वार को बदनाम करने की साजिश है. कहा कि गंगा आरती, स्नान सामान्य दिनों की तरह हो रहा है, जहां पर गंगा का जलस्तर बढ़ा हुआ है वह क्षेत्र अलग है. हरिद्वार में बस मार्ग, रेल मार्ग सामान्य रूप हैं. उन्होंने लोगों को भ्रामक वीडियो पर विश्वास ना करने की अपील की है. हरिद्वार एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने सोशल मीडिया पर अपलोड किए जा रहे भ्रामक वीडियो पर सख्त हिदायत दी है.
एसएसपी ने कहा कि कोई भी व्यक्ति किसी भी तरह की बिना किसी पुष्टि के भ्रामक वीडियो अपलोड या फिर वायरल करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. हरिद्वार एसएसपी ने आमजन कहा कि इस समय उत्तराखंड के उत्तरकाशी में हुई आपदा की घटना दुखद है, हमें आपदा की इस घड़ी में संयम रखना चाहिए और सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए. किसी भी तरह की वीडियो शेयर करने से पहले उसकी वास्तविकता जानना बहुत जरूरी है. कई लोग सोशल मीडिया पर लाइक और कमेंट पाने के चक्कर में इस तरह की वीडियो अपलोड कर देते हैं. जिससे समाज में भ्रांतियां फैलती हैं.
सोशल मीडिया पर लाइक, कमेंट बढ़ाने के लिए कई लोग फेक वीडियो शेयर कर देते हैं. ऐसे में हरिद्वार पुलिस ने कमर कस ली है और फेक वीडियो चलाकर जनमानस को भ्रमित करने वालों पर सख्त एक्शन करने की बात कही है. जबकि हरिद्वार में पहले भी फेक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कई मामले सामने आ चुके हैं.