प्राचीन भारतीय ग्रंथों के अनुसार उत्तराखंड के कुमाऊं को मानसखंड के नाम से जाना जाता है। उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद ने भारतीय रेलवे खानपान और पर्यटन निगम लिमिटेड के सहयोग से उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्रों में अल्पज्ञात स्थलों पर पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मानसखंड ऐक्सप्रेस नामक एक विशेष पर्यटक ट्रेन शुरू की है।
ट्रेन की पहली यात्रा 22.04.2024 को पुणे से 280 पर्यटकों के साथ शुरू हुई, जो 24.04.2024 को उत्तराखंड के टनकपुर रेलवे पर पहुंचेगी। पर्यटकों को स्वागत पारंपरके भारतीय तरीके से आरती, टीका लगाकर और फूलों की पंखुड़ियों की वर्षा करके किया गया।
इस टूर को लेकर पर्यटक काफी उत्साहित दिखाई दिए और उन्हें उम्मीद है कि इस टूर पैके ज के जरिए उन्हें उत्तराखंड के कु छ नये दर्शनीय स्थल देखने को मिलेंगे। 10 रातों और 11 दिनो की यात्रा में नैनीताल, भीमताल, अल्मोड़ा, चैकोरी, पूर्णागिरी मंदिर, हाट, कालिका मंदिर, सूर्य मंदिर कटारमल, कैंची धाम, चितई गोलू देवता, जागेश्वर धाम, शारदा घाट, पाताल भुवनेश्वर मंदिर, नानकमत्ता गुरुद्वारा चंपावत आदि विभिन्न स्थानों की यात्रा शामिल होगी।
ट्रेन का सफर 3AC होगा, हालांकि, पयटकों की सुविधा बढ़ाने के लिए ट्रेन के एक कूपे में केवल चार ही बर्थ बुक की गयी है। ट्रेन के बाहर उत्तराखंड की समृद्ध प्राकृतिक, सांस्कृतिक, स्थापत्य और आध्यात्मिक विरासत प्रदर्शित की गयी है। पैंट्री कार कोच में उत्तराखंडी व्यंजनों के विभिन्न वयंजनों को दर्शाया गया है।
सिहत विभिन्न व्यंजन परोसेगी।
टनकपुर में उतरने के बाद पर्यटकों को विभिन्न गंतव्यों पर ले जाया जाएगा जहां वे होटल होम स्टें में रुकेंगे। यात्रा के दौरान पर्यटक टनकपुर, चंपावत लोहाघाट, चैकोरी, अल्मोड़ा और भीमताल में रात्रि विश्राम के साथ यात्रा कार्यक्रम के अनुसार विभिन्न स्थानों पर घूमेंगे पर्यटकों के उत्साह को देखते हुए उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद ने भविष्य में पुणे से अगली यात्रा 22-05-2024 को संचालित करने की योजना बनाई है।
जिसके लिए बुकिंग www.irctctourism.com/bhartgaurav पर खुली है। उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद की यह अनूठी पहल भारत में अपनी तरह का प्रथम प्रयास है, जिसमें पर्यटक ट्रेन के माध्यम से अल्पज्ञात स्थलों में पर्यटन को बढ़ावा देने का प्रयास किया जा रहा है।