उत्तराखंड को अपनी पहली महिला मुख्य न्यायाधीश मिल चुकी है। रविवार को न्यायमूर्ति रितु बहारी ने राजभवन में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह की उपस्थिति में उत्तराखंड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली।
बता दें सुप्रीम कोर्ट ने जस्टिस ऋतू बाहरी को उत्तराखंड की चीफ जस्टिस के रूप में नियुक्त किया है। बता दें जस्टिस ऋतू बाहरी 2010 से पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में कार्यरत थी। चीफ जस्टिस विपिन सांघी के रिटायर होने के बाद रितु बाहरी को मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया है।
राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद रितु को मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किए जाने की अधिसूचना जारी कर दी गई थी। सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट की न्यायाधीश रितु को हाईकोर्ट का मुख्य न्यायाधीश बनाने की सिफारिश की थी। जस्टिस रितु बाहरी पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट की पहली महिला कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश थी।
रितु बाहरी ने 14 अक्तूबर 2023 को कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश का चार्ज लिया था। 1962 में पंजाब के जालंधर में जन्मी रितु बाहरी ने अपनी पढ़ाई चंडीगढ़ में की और 1985 में पंजाब यूनिवर्सिटी से लॉ की डिग्री हासिल की। 1986 में पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में वकालत शुरू की और इसके बाद हरियाणा एडवोकेट जनरल कार्यालय में सेवाएं दी थी।
16 अगस्त 2010 को उन्हें पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट का जज नियुक्त किया गया था। वर्तमान में वह पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट की दूसरी वरिष्ठ जज हैं। बताते चलें जस्टिस रितु बाहरी के पिता जस्टिस अमृत लाल बाहरी भी पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में जज रह चुके हैं। यही नहीं उनकी रितु के दादा सोमदत्त बाहरी भी वकालत करते थे।