देश की शूटर मनु भाकर ने देहरादून में लिए प्रशिक्षण से ओलंपिक पदक जीतने की बुनियाद रखी थी। पेरिस ओलंपिक में जाने से पहले देहरादून में कोच और पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी जसपाल राणा ने उन्हें प्रशिक्षण दिया। भाकर मई और जून में करीब डेढ़ महीना पोंधा स्थित जसपाल राणा शूटिंग एकेडमी में थीं।
पूर्व अंतरराष्ट्रीय शूटर जसपाल राणा के भाई राजेंद्र राणा ने बताया कि मनु भाकर करीब 2020 से देहरादून आती-जाती रहीं हैं। जसपाल राणा लंबे समय से उन्हें प्रशिक्षण दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि मनु भाकर ने 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में देश के लिए ब्रॉन्ज मेडल जीता है।मई में देहरादून आने से पहले भी करीब छह महीने जसपाल राणा ने उन्हें ट्रेनिंग दी थी। देहरादून प्रवास के दौरान मनु जसपाल राणा शूटिंग एकेडमी पोंधा में ही रहीं। राणा ने बताया कि मनु पहले ही कई पदक जीत चुकी हैं।
देहरादून में रहकर उन्हें कोच जसपाल राणा ने शूटिंग का विशेष प्रशिक्षण दिया। देहरादून में लिए दो महीने के विशेष प्रशिक्षण का फल उन्हें मिला और उन्होंने पेरिस में अपनी छाप छोड़ दी। बीच में छोड़ी भी थी कोचिंग राजेंद्र राणा ने बताया कि एक समय मनु भाकर ने जसपाल राणा से कोचिंग छोड़ भी दी थी।लेकिन ओलंपिक से कुछ महीने पहले ही वह माता-पिता के साथ देहरादून पहुंचीं और राणा से दोबारा कोचिंग शुरू करने के लिए बात की। उन्होंने बताया कि तब से वह राणा से कोचिंग ले रहीं थी।
राणा दून में देते हैं कोचिंग, सीएम धामी ने दी बधाई
एशियाई खेलों में चार स्वर्ण पदक समेत आठ पदक जीतने वाले अर्जुन अवॉर्डी, पद्मश्री शूटर जसपाल राणा देहरादून में ही खिलाड़ियों को कोचिंग देते हैं। राजेंद्र राणा ने बताया कि राणा ने 2001 में देहरादून में एकेडमी खोली थी।वर्तमान में 15 राष्ट्रीय स्तर के शूटर यहां कोचिंग ले रहे हैं। राष्ट्रीय कोच रहते जसपाल राणा से प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए खिलाड़ी देहरादून ही पहुंचते थे। इधर, मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने शूटर मनु को उनकी इस कामयाबी पर बधाई दी है।