युवा उधम सिंह नगर जिले के खटीमा निवासी सुमित राजभर हैं. 19 साल के सुमित युवाओं को नशे से दूर रखने और उनमें देशभक्ति का जज्बा जगाने के लिए एक अनोखी यात्रा पर निकले हैं.
उधम सिंह नगर जिले के सीमांत झनकईया इलाके के निवासी 19 वर्षीय युवक सुमित राजभर 12 ज्योतिर्लिंग की यात्रा के लिए रवाना हुए हैं. इस साहसी युवा को खुद उनकी माताजी ने तिलक लगाकर यात्रा पर रवाना किया. सुमित राजभर खटीमा से लगभग 19 हजार किलोमीटर की साइकिल यात्रा पर देश भर में नशे को लेकर युवाओं में जागरूकता करने और राष्ट्र प्रेम की भावना जगाने के उद्देश्य से साइकिल यात्रा पर निकले हैं. खटीमा के सुमित लगभग 19 हजार किलोमीटर की इस साहसिक यात्रा में देश भर के बारह ज्योतिर्लिंग के दर्शन करेंगे. सबसे पहले वो काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग के दर्शन करेंगे. उनकी ये जन जागरूकता साइकिल यात्रा उत्तराखंड के केदारनाथ ज्योतिर्लिंग के दर्शन उपरांत संपन्न होगी.
सुमित राजभर पुत्र विश्वनाथ राजभर अपने घर से भारत भ्रमण के लिए साइकिल से रवाना हुए हैं. वो भारत भ्रमण के दौरान देश के विभिन्न तीर्थ स्थानों समेत 12 ज्योतिर्लिंगों काशी विश्वनाथ (उत्तर प्रदेश), सोमनाथ (गुजरात), नागेश्वर (गुजरात), महाकालेश्वर (मध्य प्रदेश), ओंकारेश्वर (मध्य प्रदेश), त्रयम्बकेश्वर (महाराष्ट्र), भीमाशंकर (महाराष्ट्र), घुश्मेश्वर (महाराष्ट्र), वैद्यनाथ (झारखंड), मल्लिकार्जुन (आंध्र प्रदेश), रामेश्वर (तमिलनाडु) और केदारनाथ (उत्तराखंड) के दर्शन करेंगे.
पूरी यात्रा के दौरान सुमित राजभर नशे के खिलाफ जन जागरूकता, राष्ट्र प्रेम और राष्ट्र भक्ति भावना से आम जनता को जागरूक करेंगे. 12 ज्योतिर्लिंग की यात्रा पर निकले सुमित राजभर के अनुसार पूरी यात्रा में लगभग 6 से 7 महीने लगेंगे. इस दौरान वो साइकिल से लगभग 19,000 किलोमीटर की यात्रा करेंगे. सबसे पहले वह उत्तर प्रदेश के काशी विश्वनाथ तथा अंत में उत्तराखंड के केदारनाथ पहुंचकर ज्योतिर्लिंग के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त करेंगे.
सुमित राजभर ने बताया कि वह खटीमा हेमवती नंदन बहुगुणा राष्ट्रीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में बीए के छात्र हैं. अपनी पढ़ाई ड्रॉप कर यात्रा पर निकले हैं. वहीं उसके पिता विश्वनाथ राजभर एवं माता गीता गोयल ने विधिवत पूजा अर्चना कर तथा तिलक लगाकर उन्होंने 12 ज्योतिर्लिंग की यात्रा पर रवाना किया. इस दौरान तमाम गणमान्य लोगों और परिजनों ने आशीर्वाद, प्यार और मंगल कामना के साथ सुमित को भारत भ्रमण के लिए रवाना किया.