
हरिद्वार : राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेनि.) गुरमीत सिंह ने कहा कि हरिद्वार जनपद विविधताओं से भरा हुआ क्षेत्र है। यहां योग, आयुर्वेद, संस्कृति, होम स्टे, उद्योग के क्षेत्र में असीम संभावनाएं हैं।
शुक्रवार को डामकोठी में हुई बैठक की अध्यक्षता करते हुए राज्यपाल ने कहा कि हरिद्वार आध्यात्मिक नगरी है और यहां विश्व के विभिन्न देशों से श्रद्धालु आते हैं। उसी दृष्टिकोण से इसको विकसित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि योजनाएं इस तरह तैयार की जानी चाहिए। जिसमें अधिक से अधिक जन की भागीदारी हो। शराब व ड्रग्स के इस्तेमाल को हतोत्साहित करने के संबंध में राज्यपाल ने कहा कि पुलिस को इसमें सक्रिय भूमिका निभानी होगी। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी डा. सौरभ गहरवार ने मनरेगा, रोजगार योजना, होम स्टे योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना, पंचायतीराज, महिला सशक्तिकरण आदि के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा. योगेन्द्र सिंह रावत ने जनपद की कानून-व्यवस्था, क्राउड मैनेजमेंट, फ्लोटिग जनसंख्या, ड्रग्स, साइबर क्राइम, व्यवस्थित नशा मुक्ति केंद्रों की स्थापना आदि के संबंध में राज्यपाल के साथ विचार-विमर्श किया। राज्यपाल ने कहा कि महाकुंभ के अनुभवों का दस्तावेज तैयार किया जाना चाहिए। ताकि क्राउड की परिस्थितियों में इन अनुभवों का लाभ लिया जा सके। डीएफओ धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि हरिद्वार का कुल वन क्षेत्र 12 प्रतिशत है।
उन्होंने वन विभाग की विभिन्न समस्याओं-पेड़ों का अवैध कटान, अवैध खनन, जानवरों का अवैध शिकार, लक्सर क्षेत्र में मगरमच्छ की समस्या, बुग्गावाला में लेपर्ड की समस्या आदि की जानकारी दी। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. कुमार खगेन्द्र सिंह ने राज्यपाल को जनपद में वैक्सीनेशन की प्रगति के बारे में बताया। इस अवसर पर राज्यपाल के विधि परामर्शी अमित सिरोही सहित पुलिस-प्रशासन के अधिकारी उपस्थित थे।