
रिलायंस इंडस्ट्री के चेयरमैन मुकेश अंबानी अब चॉकलेट के बिजनेस में भी किस्मत आजमा रहे हैं. इसके लिए वह लोटस चॉकलेट (Lotus Chocolate) में बड़ी हिस्सेदारी खरीद रहे हैं. उनकी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) की FMCG यूनिट रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (Reliance Consumer Products Ltd) लोटस चॉकलेट में नियंत्रक हिस्सेदारी हासिल करेगी. बता दें कि अंबानी लगातार अपने कारोबार को बढ़ा रहे हैं.
बढ़ रहा है ये ट्रेंड
अब सवाल ये उठता है कि आखिरी अंबानी ने चॉकलेट सेक्टर में उतरने का फैसला क्यों लिया? इसका जवाब है चॉकलेट का लगातार ग्रोथ करता बाजार. मीठे के तौर पर चॉकलेट गिफ्ट करने का चलन पहले भी था, लेकिन हाल के सालों में इसमें गजब की तेजी आई है. आजकल लोग फेस्टिवल आदि के मौके पर मिठाई के ज्यादा चॉकलेट देना पसंद करते हैं. इस ट्रेंड का सीधा मतलब है, ज्यादा बिक्री और ज्यादा मुनाफा. इसी को ध्यान में रखते हुए मुकेश अंबानी ने चॉकलेट के मार्केट में पैर जमाने का फैसला लिया है.
अभी इतना है मार्केट साइज
एक रिपोर्ट बताती है कि 2022 में भारतीय चॉकलेट मार्केट का साइज 2.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया है. 2028 तक इसके 4.1 बिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है. 2023-2028 के दौरान यह 8.8% की ग्रोथ रेट (CAGR) से आगे बढ़ सकता है. टोटल मार्केट में वाइट चॉकलेट और मिल्क चॉकलेट का अच्छा खासा शेयर है. देश में सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वाले चॉकलेट ब्रैंड में Cadbury, Nestle, Ferrero Rocher, Amul, Parle, Mars और Hershey Chocolates शामिल हैं.
ये भी बनाती है कंपनी
अंबानी जिस कंपनी में कंट्रोलिंग स्टेक खरीद रहे हैं वो चॉकलेट, कोको उत्पाद और कोको डेरिवेटिव बनाती है. शेयर खरीद समझौते के तहत आरसीपीएल लोटस चॉकलेट की चुकता शेयर पूंजी का 77 प्रतिशत हिस्सा खरीद रही है. यह खरीद कंपनी के प्रवर्तकों प्रकाश पेराजे पई और अनंत पेराजे पई से शेयर बाजार में की जाएगी. इसके बाद रिलायंस इस कंपनी में 26 फीसदी हिस्सेदारी लाने के लिए एक ओपन ऑफर लाएगी. मुकेश अंबानी की रिलायंस इस कंपनी में 51% हिस्सेदारी 74 करोड़ रुपए में खरीदेगी. गौरतलब है कि रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड ने हाल में अपना ब्रांड इंडिपेंडेंस (Independence) लॉन्च किया है.