
उत्तरकाशी : जानकी चट्टी से यमुनोत्री पैदल मार्ग पर जगह-जगह जाम की समस्या बन रही है। जिससे यात्रियों को खासा परेशान होना पड़ा रहा है। सबसे अधिक परेशानी भंगेली गदेरे (बरसाती नदी) के पास लगाई गई संकरी पुलिया पर हो रही है। यहां पर यात्री जान जोखिम में डालकर आवाजाही कर रहे हैं। इससे अधिक परेशानी बुजुर्ग यात्रियों को हो रही है।
जानकी चट्टी से यमुनोत्री धाम तक पांच किलोमीटर का पैदल मार्ग है। हर दिन यमुनोत्री धाम में औसतन सात हजार यात्रियों की आवाजाही हो रही है। लेकिन, यात्रियों को इस पैदल मार्ग पर कई तरह की परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। सबसे अधिक परेशानी भंगेली गदेरे के पास हो रही है। यहां पर दो वर्ष पहले भूस्खलन के कारण पुराना मार्ग पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुआ। इस स्थान पर लोनिवि बड़कोट ने वैकल्पिक मार्ग बनाकर गदेरे के पास एक पुलिया बनायी। लेकिन, पुलिया की चौड़ाई बेहद ही कम है। पुलिया पर अगर एक ओर से घोड़े खच्चर जा रहे हैं तो दूसरी ओर से तभी कोई व्यक्ति पुलिया को पार कर सकेगा, जब घोड़े खच्चरों पुलिया पार कर लें। इसके साथ ही इस पुलिया की भार क्षमता भी काफी कम है। जिससे इस पुलिया पर दुर्घटना का खतरा बना हुआ है।
यमुनोत्री मंदिर समिति की अध्यक्ष एवं उपजिलाधिकारी शालिनी नेगी ने कहा कि यमुनोत्री पैदल मार्ग काफी संकरा है। इस पैदल मार्ग पर जहां अधिक संकरे स्थान हैं, वहां पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है। भंगेली गदेरे की पुलिया के दोनों ओर से आवाजाही सुचारू बनाने के लिए पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। इस पैदल मार्ग पर जाम आदि की समस्या से निपटने के लिए व्यवस्था बनाई जा रही है।