
पिथौरागढ़: पिथौरागढ़ नगर की पहली कृत्रिम झील का कंक्रीट कार्य अगले 28 दिन में पूरा हो जाएगा। इस वर्ष मानसून काल में झील आकार ले लेगी। सिचाई विभाग झील निर्माण कार्य में युद्धस्तर पर जुटा है। जिला मुख्यालय से सात किमी दूर थरकोट के निकट पहली कृत्रिम झील बनाई जा रही है। पिछले दो वर्ष से इसका कार्य चल रहा है। नाबार्ड के सहयोग से बन रही झील के लिए पूर्व में 29 करोड़ का बजट रखा गया था, लेकिन मुआवजे की राशि बढ़ जाने से लागत में 3.1 करोड़ का इजाफा हो गया है।
झील निर्माण का कार्य जनवरी 2022 तक पूरा कर लेने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन बीते अक्टूबर माह में भारी बारिश के चलते हुए भूस्खलन से काफी मलबा झील स्थल में जमा हो गया था, जिसे हटाने में सिचाई विभाग को वक्त लग गया। झील का कंक्रीट कार्य अब अंतिम चरण में हैं। अगले 28 दिन यानी 31 मार्च तक इसे पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद फेसिग के कार्य होंगे जिसे जून मध्य तक पूरा कर लेने का लक्ष्य रखा गया है। मानसून काल में झील में पानी जमा किया जाएगा और झील अस्तित्व में आ जाएगी। करीब 800 मीटर लंबी और 125 मीटर चौड़ी इस झील के बन जाने से पर्यटन विकास को गति मिलेगी। झील से पेयजल योजना बनाने पर भी विचार चल रहा है।
झील निर्माण का कार्य अब अंतिम चरण में हैं। 28 दिनों में कंक्रीट संबंधी कार्य पूरा कर लेने का लक्ष्य रखा गया है। इसके बाद फेसिग के कार्य कराए जाएंगे और मानसून काल में झील में पानी भरा जाएगा।- – फरहान खान, अधिशासी अभियंता, सिचाई विभाग