

अल्मोड़ा : लंबे समय से अटकी सीवर लाइन को बिछाने का कार्य आखिर शुरू हो गया है। मुख्यालय में 25 करोड़ 15 लाख की लागत से आठ किमी सीवर लाइन बिछाई जाएगी। धार की तूनी से जिला मुख्यालय में सीवर लाइन बिछाने के तीसरे चरण का कार्य शुरू हो गया।
मुख्यालय के लोगों की सबसे पुरानी मांग आखिर पूरी हो गई है। शुक्रवार को धार की तूनी से सहायक अभियंता दीपक जोशी ने सीवर लाइन का कार्य शुरू कराया। 25.15 करोड़ की लागत से बिछाई जाने वाली सीवर लाइन का कार्य जल निगम करा रही है। इस सीवर लाइन धार की तूनी, एनटीडी, पातालदेवी, पश्चिमी पोखरखाली, रानीधारा, सांई बाबा कालोनी, बक्शीखोला, चौसार, जाखनदेवी, गुरुरानी खोला, तल्ला गल्ली, मल्ला गल्ली, पनियाउडियार, लक्ष्मेश्वर, कपीना और पांडेखोला क्षेत्र तक बिछायी जाएगी।
इस अवसर पर त्रिलोचन जोशी, प्रधान हरेंद्र शैली, ओमप्रकाश जोशी, कमल रावत, हरीश राना, मनोज कुमार, अनिल जोशी, योगेश राना सहित निर्माण कंपनी के इंजीनियर मौजूद रहे। पांडेखोला में बनेगा सीवर ट्रीटमेंट प्लांट

पांडेखोला में डेढ़ एएलडी क्षमता का सीवर ट्रीटमेंट बनाया जाएगा। जिसका निर्माण कार्य भी इसी के साथ-साथ चलेगा। वर्तमान में एक सीवर ट्रीटमेंट प्लान बख में बनाया गया है। अब तक 18 करोड़ की लागत से बिछाई जा चुकी है सीवर लाइन
सीवर लाइन बनाने के लिए अल्मोड़ा शहर को चार जोन में बांटा गया था। उत्तर प्रदेश की निर्माण एजेंसी सीएनडीएस ने वर्ष 2002 में 6.10 करोड़ रुपये की लागत से प्रथम जोन के तहत राजपुर, मकेड़ी, हीराडुंगरी, एनटीडी, जेल परिसर, और आसपास के क्षेत्रों में सीवर लाइन बिछाई। इन क्षेत्रों के लोगों को कनेक्शन भी दे दिए गए। इसके बाद वर्ष 2005 में जल निगम सर्वे शाखा ने 8.10 करोड़ रुपये की लागत से दूसरे चरण में तृतीय जोन का काम प्रारंभ किया।
शासन से मिले 4.46 करोड़ रुपये से निर्माण एजेंसी ने पांडेखोला, कपीना, उप्रेतीखोला, सांई बाबा मंदिर, झिझाड़, गुरुरानीखोला, चंपानौला, खोल्टा मोहल्ले में लाइन बिछाई गई। 15 वर्ष तक कोई पैसा नहीं मिलने से सीवर लाइन का आगे का कार्य नहीं हो पाया था। 15 वर्ष पहले बिछाई गई सीवर लाइनों के चेंबरों को खोजा जा रहा है। उनकी स्थिति को देखा जा रहा है। इसके साथ की तीसरे चरण का कार्य शुरू कर दिया गया है।
– केडी भट्ट, अधिशासी अभियंता, जल निगम, अल्मोड़ा