
गाजियाबाद. दिल्ली से मेरठ के बीच चलने वाली देश की पहली रीजनल ट्रेन का पहला कोच गाजियाबाद में 16 मार्च को पहुंच रहा है. जल्द ही इस कोच का ट्रायल शुरू हो जाएगा. नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (एनसीआरटीसी) द्वारा निर्धारित समय पर ट्रेन चलाने की पूरी तैयारी है. साहिबाबाद से दुहाई तक ट्रेन का संचालन अगले वर्ष शुरू हो जाएगा. उत्तर प्रदेश में भाजपा को पूर्ण बहुतमत मिलने के बाद इस प्रोजेक्ट में किसी तरह की कोई बाधा आने की संभावना नहीं है.
रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (Regional Rapid Transit System) देश की पहले रीजनल ट्रेन होगी. दुहाई डिपो में एक किमी लंबे ट्रायल ट्रैक और 12 रनिंग ट्रैक बिछाने का काम 90 फीसदी पूरा हो गया है. कोच का निर्माण गुजरात में किया जा रहा है. 82 किमी लंबे दिल्ली-गाजियाबाद मेरठ कॉरिडोर के लिए प्लांट से (एनसीआरटीसी) को मिलने वाले कुल 40 रेल सेट यानी कुल 210 कोच में से पहले का निर्माण पूरा हो चुका है. ट्रैक का काम अप्रैल तक पूरा होने की संभावना है.
एनसीआरटीसी के सीपीआरओ पुनीत वत्स के अनुसार कम रखरखाव खर्च और उच्च स्तरीय क्षमता वाले प्री-कास्ट ट्रैक स्लैब (सीमेंट के बड़े ब्लॉक) को बिछाया जा रहा है. रैपिड रेल की अधिकतम रफ्तार 180 किमी प्रतिघंटा होगी. ट्रैक पर 880 ग्रेड की उच्च क्षमता की ट्रैक को बिछाया गया है.
रैपिड रेल के कोच खासियत
. यात्रियों की सुरक्षा के लिए प्लेटफार्म पर स्वचालित दरवाजे होंगे.
.कोच में यात्रियों व सामान रखने की पर्याप्त जगह होगी, सामान रखने के रैक लिए होंगी.
. कोच में मोबाइल, लैपटॉप चार्जिंग प्वाइंट्स और वाईफाई की सुविधा होगी
. कोच में प्रवेश-निकास के कुल छह स्वचालित गेट होंगे.
. दिव्यांगों के लिए दरवाजों के पास व्हीलचेवर की जगह होगी और स्टेचर तक ले जाने की सुविधा होगी.
. रैपिड रेल छह और नौ कोच की होगी.
. महिलाओं के लिए एक कोच आरक्षित होगा.