

कोटद्वार: हनुमंती- जुवा-भैड़गांव मोटर मार्ग पर लंगूरगाड नदी के किनारे पुल निर्माण की मांग को लेकर युवा विकास समिति के बैनर तले ग्रामीणों का धरना जारी रहा। उधर, तीन दिसंबर को पुल निर्माण की मांग को लेकर राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लगाना ग्रामीणों को भारी पड़ गया। प्रशासन ने ग्रामीणों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर नोटिस जारी कर दिए हैं।
लंगूरगाड नदी के किनारे टेंट लगाकर ग्रामीण कड़ाके की ठंड व गुलदार के आतंक के साये के बीच अनशन में डटे हुए हैं। समिति अध्यक्ष मनोज कंडवाल ने कहा कि ग्रामीणों को पुल निर्माण के लिए अनशन व प्रदर्शन कर 27 दिन बीत चुके हैं, लेकिन शासन-प्रशासन की ओर से उनकी कोई सुध नहीं ली जा रही है। उन्होंने कहा कि गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत से मिले पुल निर्माण संबंधी आश्वासन के बाद भी आज तक धरातल पर कार्य शुरू नहीं हो पाया है। जब तक धरातल पर कार्य शुरू नहीं होता, आंदोलन जारी रखेगा। अनशन में विनोद चौधरी, मातबर सिंह, सुनीता देवी, गुड्डी देवी, सुशीला देवी, विकला देवी, धर्मपाल सिंह, मनोज सिंह, हरीश सिंह, युद्धवीर सिंह सहित बड़ी संख्या में स्थानीय ग्रामीण शामिल रहे।

थाली बजाकर भगा रहे गुलदार
युवा विकास समिति के अध्यक्ष मनोज कंडवाल ने बताया कि गांव व अनशन स्थल के आसपास अक्सर गुलदार की मौजूदगी रहती है। इस कारण अनशन में बैठे व्यक्ति रात के वक्त टेंट के समीप आग जलाकर रहते हैं। साथ ही समय-समय पर थाली बजाकर गुलदार सहित अन्य जानवरों को भगा रहे हैं।
ग्रामीणों के खिलाफ मामला दर्ज
बीती तीन दिसंबर को राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लगाने के मामले में प्रशासन ने ग्रामीणों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। उपजिलाधिकारी संदीप कुमार ने बताया कि मांग को लेकर तहसील सहित अन्य स्थानों पर धरना देते तो जायज था, लेकिन राष्ट्रीय राजमार्ग पर धरना देना पूरी तरह गलत है। बताया कि बारह से अधिक ग्रामीणों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें नोटिस जारी किए गए हैं।