
देवाल: विकासखंड देवाल के बमोटिया गांव स्थित जूनियर हाईस्कूल भवन निर्माण को नौ साल बाद भी भूमि उपलब्ध नही हो सकी है जिसके चलते जूनियर व प्राथमिक विद्यालय तीन कमरों में संचालित हो रहा है। नौनिहालों के बैठने को पर्याप्त स्थल की कमी के चलते अध्यापन कार्य बरामदे में बैठ किया जा रहा है जिस पर अभिभावकों ने नाराजगी जतायी है। हैरानी की बात यह है कि नौ साल बाद भी जूनियर विद्यालय भवन को भूमि की तलाश है।
ग्रामीण रमेश चंद्र ने कहा देवाल स्थित बमोटिया गांव में नौनिहालों के अध्यापन को वर्ष 1968 में प्राथमिक विद्यालय खुला वर्तमान में जहां 28 बच्चे अध्ययनरत है। 2013 में जूनियर हाईस्कूल भवन निर्माण को 17.51 लाख स्वीकृत हुए, लेकिन भवन निर्माण को स्वीकृत धनराशि जमीन की उपलब्धता न होने से वापस हो गई। वर्तमान समय में यहां तीन कक्षा-कक्ष हैं जूनियर हाईस्कूल का अपना भवन नही होने से प्राथमिक व जूनियर की कक्षाएं एकसाथ किसी तरह संचालित की जा रही हैं।
तीन कमरों के भवन में एक से आठवीं कक्षा के नौनिहाल अध्यापन करते हैं प्राथमिक के 28 व जूनियर के 24 छात्र-छात्राओं के एक साथ अध्यापन को स्थल की कमी बनी रहती है बरामदे में और परिसर में किसी तरह खुले आसमान के नीचे अध्यापन होता है लेकिन सबसे अधिक परेशानी बरसात और गर्मी के मौसम में होती है। ग्रामीणों ने बताया विद्यालय भवन संबधी पत्रावली जिला शिक्षाधिकारी कार्यालय में है। खंडशिक्षाधिकारी देवाल, जीडी कुनियाल का कहना है कि जूनियर विद्यालय बमोटिया के लिए लगातार भूमि तलाश जारी है पूर्व में मिली 17.51 लाख की धनराशि जमीन न मिलने के कारण वापस हो गई थी यदि भूमि उपलब्ध होती है तो प्रस्ताव पुन: भेजा जाएगा।