
भिकियासैंण (अल्मोड़ा)। स्याल्दे तहसील के चिंतोली और डोबा गांव में तमाम बच्चे बुखार की चपेट में हैं। दो बच्चों की अब तक मौत हो चुकी है। चिकित्सकों के अनुसार प्रारंभिक जांच में चिंतोली के बच्चों के छोटी माता (चिकिन पॉक्स) से पीड़ित होने की बात सामने आई है। डोबा में बच्चे खांसी और बुखार से पीड़ित हैं। दोनों जगह से बच्चों के खून के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं। तेजी से फैल रहे बुखार को देखते हुए शिक्षा विभाग ने गांव के इंटर कॉलेज, प्राथमिक विद्यालय और आंगनबाड़ी केंद्र को कुछ समय तक बंद करने के आदेश दिए हैं।
पिछले कुछ दिनों से चिंतोली और डोबा गांव में वायरल बुखार फैला हुआ है। छह से 14 साल तक के बच्चे इसकी चपेट में आ रहे हैं। बच्चों के शरीर में छोटे-छोटे दाने निकल रहे हैं। बृहस्पतिवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र देघाट से डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों की टीम ने गांव पहुंचकर बुखार से पीड़ित बच्चों के खून के सैंपल लेकर दवाइयां बांटीं। सीएचसी के चिकित्सा प्रभारी डॉ. एसके विश्वास ने बताया कि प्राथमिक तौर पर इस बुखार को चिकनपॉक्स (छोटी माता) माना जा रहा है। सैंपल जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजे गए हैं।
चिंतोली गांव के मोहन सिंह ने बताया कि कुछ दिन पूर्व बुखार से गांव में चार साल और छह साल के दो बच्चों की मौत भी हो चुकी है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग से इसकी रोकथाम के लिए उचित उपाय करने की मांग की है। सल्ट के विधायक महेश जीना ने स्वास्थ्य विभाग की टीम को गांव में निगरानी रखने और बुखार पीड़ित बच्चों को उचित इलाज दिलाने के लिए सीएमओ से बात की है। बच्चों में बुखार के प्रकोप को देखते हुए शिक्षा विभाग ने फिलहाल चिंतोली गांव के इंटर कॉलेज, प्राथमिक विद्यालय और आंगनबाड़ी केंद्र को बंद कर दिया है। स्याल्दे की उपखंड शिक्षा अधिकारी भारती जोशी ने बताया कि अग्रिम आदेश तक स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र का संचालन बंद रहेगा।
चिंतोली और डोबा गांव में संक्रामक बुखार के चलते दो बच्चों की मौत हुई है। राजस्व उपनिरीक्षक की आख्या के अनुसार 22 मई को चार वर्षीय अजय पुत्र जयसिंह निवासी तल्ली चिंतोली और 23 मई को छह वर्षीय रोशनी पुत्री महेश चंद्र निवासी डोब गांव की बुखार के बाद इलाज के दौरान मौत हुई थी। स्वास्थ्य विभाग की टीम गांवों में बुखार से संक्रमित अन्य बच्चों की लगातार निगरानी कर रही है। फिलहाल स्वास्थ्य विभाग की टीम ने स्थिति को नियंत्रण में बताया है।
– जगदीश गिरी, प्रभारी तहसीलदार, स्याल्दे।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने चिंतोली और डोबा गांव में कैंप लगा दिया है। डॉक्टरों का कहना है कि चिंतोली गांव के बच्चों में चिकनपॉक्स (छोटी माता) के लक्षण मिले हैं जबकि डोबा गांव में बच्चों को सामान्य खांसी और बुखार की शिकायत है। स्वास्थ्य विभाग देघाट की चार टीमें गांव में निगरानी करेंगी।
चिंतोली गांव के 11 बच्चों में चिकनपॉक्स के लक्ष्ण मिले हैं। डोबा गांव के बच्चों में सामान्य बुखार के लक्षण हैं। बच्चों के सैंपल की जांच रिपोर्ट आने के बाद स्थिति स्पष्ट होगी। फिलहाल गांव की निगरानी के लिए स्वास्थ्य विभाग की चार टीमें बनाई गई हैं।
– डिप्टी सीएमओ डॉ. एचसीएस मर्तोलिया