
द्वाराहाट : कफड़ा-तिपौला मोटरमार्ग पर डामरीकरण के लिए करीब आठ माह पूर्व निविदाएं प्राप्त होने के बावजूद अब तक कार्य शुरू नहीं होने पर ग्रामीणों में रोष है। रोड निर्माण संघर्ष समिति ने पीडब्ल्यूडी पर हीलाहवाली का आरोप लगाया। कहा कि 18 वर्ष बीतने के बावजूद उक्त मोटरमार्ग का कार्य पूरा न होना विभागीय लापरवाही का नमूना बन गया है। जल्द कार्य शुरू न करवाने पर 15 जुलाई से आमरण अनशन की चेतावनी दी है।
कफड़ा से बड़ेत, चमीनी कुंस्यारी, पौनली आदि दूरस्थ क्षेत्रों को सड़क सुविधा का लाभ देने के मकसद से 2004 में तीन किमी, उसके बाद 13 किमी फिर चार किमी समेत कुल 20 किमी मोटरमार्ग स्वीकृत हुआ। कफड़ा तिपौला रोड निर्माण संघर्ष समिति के नेतृत्व में लगातार आंदोलनों के बावजूद रोड कटान, पुल आदि निर्माण सहित 11 किमी डामरीकरण का कार्य भी हो गया। मगर शेष नौ किमी मार्ग पर अभी तक डामरीकरण न होने के चलते लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा। समिति अध्यक्ष बचे सिंह बिष्ट ने बताया कि शेष नौ किमी डामरीकरण के लिए वित्तीय स्वीकृति मिलने के बाद ही करीब आठ माह पूर्व पांच किमी डामरीकरण के लिए निविदाएं भी डाली जा चुकी हैं। मगर आज तक कार्य शुरू नहीं हो सका है। विभाग से वार्ता पर मात्र आश्वासन मिलते हैं। जिस कारण लोगों में आक्रोश है। मामले में बुधवार को लोनिवि के ईई को ज्ञापन भेज कहा है कि डामरीकरण का कार्य जल्द शुरू नहीं किए जाने पर 15 जुलाई से आमरण अनशन के लिए बाध्य होंगे। ज्ञापन भेजने वालों में भूपाल सिंह अधिकारी, प्रेम सिंह, ठाकुर सिंह, अनोप सिंह, माधो सिंह, भवान सिंह, बसंती देवी, हंसी देवी, कमला देवी भी शामिल हैं।
कफड़ा तिपौला मोटरमार्ग पर सुधारीकरण तथा डामरीकरण कार्य के लिए ठेकेदार न मिलने के कारण पांच बार टेंडर निरस्त हुए। छटी बार अब टेंडर हो चुके हैं। जल्द कार्य शुरू किया जाएगा।
– कांताप्रसाद गंगवार, कनिष्ठ अभियंता लोनिवि