
देहरादून: उत्तराखंड में बीजेपी ने कोटद्वार विधायक और बीसी खंडूड़ी की बेटी ऋतु खंडूड़ी को बड़ी जिम्मेदारी देने जा रही है. ऋतु खंडूड़ी को उत्तराखंड की पहली महिला विधानसभा अध्यक्ष बनाया जा रहा है. आज शाम 5 बजे विधानसभा में ऋतु खंडूड़ी विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करेंगी. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने इस बात की पुष्टि की है. बता दें कि 2007 से 2012 तक बीजेपी विधायक विजया बर्थवाल को सर्वसम्मति से उत्तराखंड विधानसभा का पहला महिला डिप्टी स्पीकर चुना गया था.
ऋतु खंडूड़ी दूसरी बार विधायक बनी हैं. 2017 के विधासनभा चुनाव में ऋतु खंडूड़ी पौड़ी जिले की यमकेश्वर विधानसभा सीट से चुनाव जीती थीं. हालांकि, इस बार बीजेपी ने उन्हें कोटद्वार विधानसभा सीट से मैदान में उतारा था, जहां से कभी मुख्यमंत्री रहते हुए उनके पिता भुवन चंद्र खंडूड़ी की हार हुई थी. 2012 में सुरेंद्र सिंह नेगी ने ही भुवन चंद्र खंडूड़ी को हराया था. खंडूड़ी की हार से बीजेपी की सरकार बनते-बनते रह गई थी.
सबसे वरिष्ठ सदस्य को स्पीकर चुना जाता है और ध्वनिमत से विधायक अपनी स्वीकृति देते हैं. स्पीकर का काम विधानसभा की कार्रवाई को संचालित करना होता है. वह संविधान के नियमों के मुताबिक सदन संचालित करता है, जब स्पीकर मौजूद नहीं होता है तो उपाध्यक्ष सदन संचालित करता है. सभी सदस्य स्पीकर का सम्मान करते हैं और उनकी हर बात ध्यान से सुनते हैं.
वैसे तो विधानसभा अध्यक्ष के तौर पर अब तक सीनियर विधायकों को ही जिम्मेदारी दी जाती रही है, लेकिन, इस बार हाईकमान ऋतु खंडूड़ी के नाम पर सहमति जताई है, जो बीजेपी के लिए एक बड़ा फैसला होगा. विधानसभा अध्यक्ष एक संवैधानिक पद होने के चलते इसमें जानकार विधायकों को ही जिम्मेदारी दी जाती है. एक पढ़ी-लिखी विधायक होने के चलते बीजेपी के लिए ऋतु खंडूड़ी के रूप में एक अच्छा विकल्प है.
चमोली की बहू हैं ऋतु खंडूड़ी: ऋतु खंडूड़ी के उत्तराखंड की पहली महिला विधानसभा अध्यक्ष बनने की खुशी में चमोली जनपद के पोखरी विकासखंड स्थित खाल गांव में भी जश्न का माहौल है. गांव की बहू के विधानसभा अध्यक्ष बनने पर ग्रामीणों को खुशी के साथ गर्व हो रहा है. खाल गांव कर्णप्रयाग-पोखरी मोटर मार्ग पर स्थित है.
ऋतु खंडूरी के पति राजेश भूषण बेंजवाल बिहार कैडर के आईएएस अधिकारी हैं और केंद्र सरकार में स्वास्थ्य सचिव के पद पर तैनात हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि बाहरी राज्यों में सरकारी सेवाओं के चलते एक पीढ़ी से राजेश भूषण बेंजवाल का परिवार गांव से बाहर ही रहता है. गांव के लोगों के साथ स्वयं उन्हें भी उम्मीद हैं कि अब विधानसभा अध्यक्ष बनने पर जरूर ऋतु खंडूड़ी अपने ससुराल जरूर आएंगी.