
रानीखेत : साहसिक पर्यटन, बर्ड वाचिंग के साथ आउटडोर खेल गतिविधियों के जरिये टूरिज्म को बढ़ावा देने के मकसद से स्थापित रानीखेत माउंटेनियरिंग क्लब दोबारा अस्तित्व में आ गया है। भारतीय सेना की कुमाऊं रेजिमेंट सेंटर (केआरसी) के डिप्टी कमांडेंट कर्नल सुनील कटारिया ने कहा कि क्लब के पुनर्जीवित होने से पर्यटक नगरी में पर्वतारोहण व साहसिक पर्यटन को नई बुलंदियों तक पहुंचाने में मदद मिलेगी। इस दौरान क्लब का प्रतीक चिन्ह भी लांच किया।
रानीखेत क्लब में समारोह का शुभारंभ मुख्य अतिथि डिप्टी कमांडेंट केआरसी कर्नल कटारिया ने किया। सामाजिक गतिविधियों से जुड़े श्यामलाल साह गंगोला ने कहा कि रानीखेत माउंटेन क्लब की स्थापना 1982 में नगर क्षेत्र के युवाओं ने की थी।
उस दौर में ट्रैकिंग व साहसिक खेलों का आयोजन इसी क्लब के बैनर तले किए जाते रहे। क्लब को नए सिरे से अस्तित्व में लाने का मकसद अब उसी परिपाटी को आगे ले जाने का एक प्रयास है। क्लब के संस्थापक अध्यक्ष पर्वतारोही एवं टेनिस खिलाड़ी सुमित गोयल ने उद्देश्य गिनाते हुए कहा कि पर्वतारोहण, आउटडोर खेल, साहसिक गतिविधियों मसलन ट्रैकिंग, साइकिलिंग, बर्ड वाचिंंग आदि को बढ़ावा दिया जाएगा।
युवाओं को साहसिक पर्यटन से जोडऩे के लिए विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम चला उन्हें प्रेरित कर प्रशिक्षित किया जाएगा। ताकि वह इस क्षेत्र में रोजगार हासिल कर सकें। गोयल ने यह भी बताया की क्लब विभिन्न स्कूलों व संस्थाओं से सामंजस्य कायम कर खेल एवं साहसिक गतिविधियां भी शुरू करेगा। समारोह में सदस्यता भी शुरू की गई। निदेशक नोल्स रवि कुमार ने युवाओं को जागरूक कर क्लब से जोडऩे पर जोर दिया।