
रानीखेत : हिमपात के बाद पहाड़ में आफत भी शुरू हो गई है। पानी जमने से कई इलाकों में जलापूर्ति बाधित हो गई। वहीं पर्यटक नगरी समेत आसपास के 35 गांवों में ब्लैक आउट रहा। वन क्षेत्रों से गुजर रही विद्युत लाइनों पर पेड़ों की टहनियां गिरने से पिछले 32 घंटों से ठप आपूर्ति शुक्रवार रात पौने बजे सुचारू हो सकी। इधर, खनिया क्षेत्र स्थित ट्रांसफार्मर की डिस्क फुंकने से मुश्किल और बढ़ गई है। वहीं, लाइनें क्षतिग्रस्त होने से संचार व्यवस्था भी ध्वस्त हो गई है। दूसरे दिन भी नगर के साथ ही चौबटिया, शीतलाखेत, स्याहीदेवी, दूनागिरि, पांडवखोली, भरतकोट, मानिला व डोटियाल क्षेत्र में हल्की बर्फबारी हुई।
दूसरे दिन शुक्रवार को भी बारिश व बर्फबारी के कारण ऊर्जा निगम की टीम लाइनों की मरम्मत नहीं कर सकी। इससे 10 हजार से ज्यादा की आबादी प्रभावित रही। तमाम स्थानों पर पेड़ की टहनियां संचार लाइनों पर भी गिरी। इससे तार क्षतिग्रस्त हो गए। संचार व्यवस्था भी ठप रही।
एसडीओ सौरभ जोशी के अनुसार नगर से सटे ऐरोली गांव स्थित फायरिंग रेंज में हाईटेंशन लाइनों पर पेड़ की टहनियां गिरने से आपूर्ति बाधित हुई है। हालांकि 26 घंटे बाद ताड़ीखेत कस्बे व बजोल क्षेत्र की आपूर्ति जैसे तैसे सुचारू कर दी गई मगर रानीखेत नगर व शेष लगभग 35 गांवों में दूसरे रोज भी ब्लैक आउट की आशंका बनी हुई है।