
रुड़की: शहर में शुक्रवार 24 जून की रात चलती कार में एक महिला और उसकी 5 साल की मासूम बच्ची से गैंगरेप की गुत्थी को आखिरकार हरिद्वार पुलिस व एसओजी ने सुलझा लिया है. इस केस में भारतीय किसान यूनियन (टिकैत गुट) के एक नेता समेत मुजफ्फरनगर और सहारनपुर निवासी पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. हरिद्वार एसएसपी डॉ. योगेंद्र सिंह रावत ने रुड़की सिविल लाइन कोतवाली में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस मामले का पर्दाफाश किया है.
इस गंभीर घटना के सामने आने के बाद पुलिस कप्तान योगेंद्र सिंह रावत ने जिले भर के थाना-कोतवाली में तैनात अनुभवी पुलिसकर्मियों को इस केस की गुत्थी सुलझाने में लगा दिया था. कई दिन की माथापच्ची के बाद आखिरकार पुलिस टीम को एक बड़ी सफलता हाथ लगी. महिला ने पुलिस को बताया था कि सोनू नाम का एक शख्स उसे बाइक पर बैठा कर ले गया था, वो गुलाबी रंग की शर्ट पहने था. बाद में सफेद कार में सवार कुछ लोग उसे जबरन बेटी सहित बैठाकर ले गए और गैंगरेप किया. इसी एक सुराग के साथ पुलिस सोनू नाम के व्यक्ति और सफेद ऑल्टो कार की तलाश करने लगी. पड़ताल करते हुए पुलिस टीम ने महक सिंह उर्फ सोनू (पुत्र सरजीत निवासी ग्राम इमलीखेड़ा थाना कलियर जनपद हरिद्वार) को गिरफ्तार किया. उसकी बाइक भी बरामद कर ली गई है.
भाकियू में मंडल महासचिव है आरोपी: छानबीन से पता चला कि ऑल्टो कार राजीव उर्फ विक्की तोमर (पुत्र ब्रहमपाल निवासी ग्राम बेलडा थाना भोपा जिला मुज्जफरनगर यूपी) के नाम पर पंजीकृत है. सीसीटीवी फुटेज व अन्य टीमों से सूचना व मुखबिरों से मिली सूचना के आधार पर दो लोगों- राजीव उर्फ विक्की तोमर (उम्र. 46 वर्ष) व सुबोध (उम्र 30 वर्ष, पुत्र देवेंद्र कुमार निवासी बेलडा थाना भोपा जिला मुज्जफरनगर) को पकड़ा गया.
पूछताछ में दोनों ने जुर्म स्वीकार करते हुए अपने साथी सोनू तेजियान (उम्र 32 वर्ष, पुत्र यशपाल सिंह निवासी साल्हापुर थाना देवबंद जिला सहारनपुर) और जगतील (पुत्र स्व. फूल शिव निवासी साल्हापुर थाना देवबंद जिला सहारनपुर) के नाम बताए. सोनू तेजियान और जगदीश को भी गिरफ्तार कर लिया गया है. आरोपी राजू उर्फ विक्की तोमर भारतीय किसान यूनियन में मंडल महासचिव है.
इसके अलावा बहादराबाद थानाध्यक्ष नितेश शर्मा, झबरेड़ा थानाध्यक्ष संजीव थपलियाल, महिला उप निरीक्षक करुणा रौंकली, शोध चौकी प्रभारी संजय नेगी, उपनिरीक्षक संजय पूनिया, एसओजी हेड कांस्टेबल अहसान, कॉन्सटेबल अशोक, नितिन, रामवीर, लक्ष्मी प्रसाद, मनोज कुमार, सोनू कुमार, संजय, रविंद्र खत्री, रविंद्र राणा, प्रेम सिंह, नूर मलिक, लईक अहमद, जमशेद अली, स्वीटी, प्रदीप, गुलशन शामिल रहे.
NCW ने भी लिया था संज्ञान: वहीं, मामले की गंभीरता को देखते हुए राष्ट्रीय महिला आयोग ने पूरे मामले का स्वत: संज्ञान लिया था. एनसीडब्ल्यू ने मामले की जांच के लिए 3 सदस्यीय जांच दल का गठन किया था. टीम के सदस्यों ने पीड़ितों से अस्पताल में मुलाकात की और घटनास्थल का भी दौरा किया.