

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने यूक्रेन मसले पर उच्च स्तरीय बैठक (High Level Meeting) बुलाई है. सूत्रों के मुताबिक, केंद्र सरकार के मंत्री यूक्रेन (Ukraine) के पड़ोसी मुल्क रोमानिया, हंगरी, पोलैंड जाएंगे, जहां से भारतीय छात्रों को निकाला जा रहा है. जिन मंत्रियों को वहां भेजा जा रहा है, उसमें कानून मंत्री किरण रिजिजू, हरदीप पुरी, नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और जनरल वीके सिंह का नाम शामिल है. ये मंत्री भारत के विशेष दूत के रूप में जा रहे हैं. इनको वहां भेजने का फैसला इसलिए लिया गया है, ताकि वहां भारतीय नागरिकों को हो रही दिक्कतों को ऑन स्पॉट दूर किया जा सके. मीटिंग के दौरान जमीनी हालात की समीक्षा भी की गई.

कुछ दिन पहले पुतिन से हुई थी पीएम मोदी की बातचीत
रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के मद्देनजर पैदा हुई वैश्विक स्थिति को देखते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से पिछले दिनों बात की थी और हिंसा रोकने और वार्ता आरंभ करने की अपील की थी. इससे पहले गुरुवार को भी प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति की बैठक हुई थी. इसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित अन्य कई मंत्री शामिल हुए थे.
अब तक हो चुकी 1100 से ज्यादा भारतीयों की सुरक्षित वतन वापसी
पीएम मोदी ने यूक्रेन में जारी संघर्ष की वजह से जान व माल को हुए नुकसान पर गहरी पीड़ा व्यक्त की. उन्होंने भारतीय नागरिकों को जल्द और सुरक्षित निकालने के लिए यूक्रेन के अधिकारियों से उपयुक्त कदम उठाने का भी अनुरोध किया. बता दें कि यूक्रेन की राजधानी कीव से अब तक 1100 से ज्यादा भारतीयों की सुरक्षित वतन वापसी हो चुकी है. हालांकि अभी-भी बड़ी संख्या में नागरिक वहां फंसे हुए हैं.