

पिथौरागढ़: सीमांत जिला मुख्यालय पिथौरागढ़ की नब्बे फीसद आबादी को 400 करोड़ की लागत से सीवरेज सुविधा दी जाएगी। इसके लिए सर्वे का कार्य पेयजल निगम के माध्यम से पूरा करा लिया गया है। अब एडीबी की पेयजल विंग स्थापित किए जाने का इंतजार किया जा रहा है। शहरी विकास परियोजना के तहत पिथौरागढ़ जिले में सीवरेज के द्वितीय चरण की स्वीकृति मिली हुई है। प्रथम चरण का कार्य पेयजल निगम ने पूरा कर लिया है। पहले चरण में सिर्फ 10 प्रतिशत आबादी को ही सीवरेज सुविधा के लिए लाइनें और ट्रीटमेंट प्लांट तैयार किया गया है। प्रथम चरण में कवर हुआ एरिया मुख्य सड़कों से लगा हुआ है।

जिला मुख्यालय की 90 फीसद आबादी अंदरू नी हिस्सों में बसी हुई है। इस आबादी को भी सीवरेज की सुविधा देने के लिए 400 करोड़ का प्रस्ताव तैयार है। पेयजल निगम ने नगर के सभी 20 वार्डों में लाइन बिछाने के लिए सर्वे का कार्य पूरा कर रखा है। पहले यह कार्य पेयजल निगम को ही करना था, बाद में शासन ने इसे शहरी विकास योजना में शामिल कर इसका दायित्व एडीबी को सौंप दिया। इसके लिए पिथौरागढ़ में एडीबी (पेयजल) विंग स्थापित होनी है। इसमें अधिकारियों को डेपुटेशन दे दिया गया है। उम्मीद की जा रही है कि जनवरी माह तक विंग स्थापित हो जाएगी। नई सरकार के गठन के साथ ही सीवरेज की महायोजना शुरू हो जाएगी। नई योजना में हाईटेक ट्रीटमेंट प्लांट भी बनाए जाने हैं।