
श्रीनगर गढ़वाल: नैथाणा चौरास में खनन पट्टाधारक के लगातार भारी मात्रा में अवैध खनन करने के आरोप को लेकर क्षेत्र की जनता ने अब जिलाधिकारी टिहरी गढ़वाल से भी अवैध खनन को बंद करवाने की मांग की है।
ग्राम प्रधान नैथाणा आशा भट्ट और अन्य ग्रामीणों ने जिलाधिकारी टिहरी गढ़वाल और उपजिलाधिकारी कीर्तिनगर को दिए ज्ञापन में कहा है कि पट्टे की आड़ में खुदान करके नदी के तटवर्ती क्षेत्रों के साथ ही नाप खेतों, पैतृक रूप से आ रहे गदेरों, नालों और नदी तट पर लगी सुरक्षा दीवारों को तोड़कर भी पत्थर और रेत खोदकर ले जाए जा रहे हैं। जिससे संपूर्ण नैथाणा क्षेत्र को भारी खतरा भी पैदा हो गया है। ग्राम प्रधान और हरेंद्र मंद्रवाल का कहना है कि पट्टे की स्वीकृति चुगान के लिए होती है। जबकि नैथाणा क्षेत्र में बड़े जोरों से खनन कार्य किया जा रहा है। ग्राम प्रधान नैथाणा आशा भट्ट, हरेंद्र मंद्रवाल, विजयमोहन रावत ने कहा कि भारी मात्रा में हो रहे अवैध खनन को लेकर ग्रामीणों और खनन कारोबारियों में आपसी तनाव भी बनता है।
नैथाणा के ग्रामीणों का कहना है कि सूर्योदय से पूर्व और सूर्यास्त के बाद खनन नियमावली के अनुसार खनन कार्य नहीं किया जाता है,लेकिन नैथाणा क्षेत्र में सुबह चार बजे से ही देर रात तक खनन कार्य हो रहा है। बोल्डरों को ट्रकों में भरने, ट्रकों के बजते हार्न से ग्रामीणों की नींद भी उड़ जाती है। नदी तट को खोदकर खनन कार्य करने से बरसात में नैथाणा को भारी नुकसान पहुंचने का अंदेशा है। एसडीएम कीर्तिनगर और पुलिस को भी इस सम्बन्ध में बार-बार अनुरोध करने के बावजूद कोई कार्यवाही नहीं हो रही है। वीरेंद्र सिंह, आशीष नेगी, उमेद मियां, प्रताप चौहान, संदीप सिंह, संपूर्णानंद सेमवाल, विकास रावत, धीरज रावत, देव सिंह सहित अन्य ग्रामीणों की ओर से अवैध खनन रोकने को लेकर जिलाधिकारी और उपजिलाधिकारी को ज्ञापन दिए गए।