
रुद्रपुर : जांच के नाम पर मामले को लटकाने में अधिकारी माहिर हाेते हैं। पांच माह बाद भी उपखनिज के खेल में करोड़ों रुपये की टैक्स चोरी के मामले की जांच रिपोर्ट पूरी नहीं हाे सकी है।रुद्रपुर एआरटीओ से वाहनों की सत्यापन रिपोर्ट प्रशासन को मिल गई,मगर काशीपुर एआरटीओ दफ्तर से अभी तक जांच रिपोर्ट नहीं मिली है। आखिर कौन अधिकारी इस मामले में मेरबान हैं, जो टैक्स चाेरी करने वालों को बचाने में लगे हैं। इस से लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। जांच में करीब 22-24 स्टोन क्रशर के संचालक दायरे में आ रहे हैं।
यूएस नगर में बाजपुर, सुल्तानपुर पट्टी, सितारगंज, किच्छा, शांतिपुरी में अवैध खनन होता है। करीब पांच माह पहले मामला उजागर हुआ था कि पिथोरागढ़ सहित यूएस नगर में स्कूटी, ई-रिक्शा, टेंपो, स्कूटर, कार के नंबर पर भी उपखनिज की निकासी की गई। इस मामले की तत्कालीन जिलाधिकारी रंजना राजगुुरु ने तत्कालीन एडीएम वित्त उत्तम सिंह चौहान को जांच कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई। तत्कालीन उपनिदेशक खान विभाग दिनेश कुमार ने पिथौरागढ़ा, रुद्रपुर एआरटीओ, काशीपुर एआरटीओ व पुलिस से वाहनों की सत्यापन रिपोर्ट मांगी थी। तत्कालीन डीएम रंजना का ट्रांसफर हो जाने के बाद जांच अधर में लटक गई है। सूत्र के मुताबिक खान विभाग ने एआरटीओ से कई बार रिपोर्ट मांगी, मगर रिपोर्ट अभी तक नहीं दी गई।
बताया जा रहा है कि जांच के दायरे में बाजपुर के कई स्टोन क्रशर संचालक आएंगे। जिन्होंने करोड़ों रुपये का चूना सरकार को लगाया है। आखिर एआरटीओ काशीपुर किसके दवाब में जांच रिपोर्ट नहीं सौंप रहे हैं। जबकि परिवहन विभाग की वेबसाइट पर वाहनों के नाम व नंबर दर्ज हैं, जिन्हें आसानी से सत्यापन किया जा सकता है। जिला खनन अधिकारी अमित गौरव ने बताया कि अभी तक एआरटीओ काशीपुर से रिपोर्ट नहीं आई है। रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।