
उत्तराखंड में बुधवार यानी 23 मार्च को नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह हुआ (Uttarakhand Cabinet). जिसमें मुख्यमंत्री पुष्कर धामी (CM Pushkar Dhami) के साथ 8 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली. नए मंत्रिमंडल में जहां कुछ पुराने चेहरों पर भरोसा जताया गया है तो वहीं पुराने चेहरों को बाहर का रास्ता दिखाया गया है. इसमें बीजेपी के वरिष्ठ नेता बिशन सिंह चुफाल (Bishan Singh Chuphal) का नाम भी शामिल हैं. लेकिन इस बीच खबर आई कि बिशन सिंह चुफाल ने धामी के लिए अपनी सीट छोड़ी की. जिसका चुफाल ने खंडन किया है. टीवी9 से बातचीत में उन्होंने सीट छोड़ने की खबरों का खंडन किया है.
सीट छोड़ने की खबर का खुद किया खंडन
लेकिन इस बीच खबरें चलने लगी कि बिशन सिंह चुफाल ने धामी के लिए अपनी सीट छोड़ी है. मुख्यमंत्री धामी को हाल ही में विधायक चुनाव हारने के बाद छह महीने में राज्य विधानसभा के लिए निर्वाचित होना होगा. ऐसे में वह किस सीट से चुनाव लड़ेंगे इस पर चर्चाएं तेज हैं. इस सब के बीच ही खबरें थीं कि चुफाल ने अपनी सीट छोड़ी है, लेकिन बिशन सिंह चुफाल ने इस खबर का खंडन टीवी9 से बातचीत में किया है. बिशन सिंह चुफाल भारतीय जनता पार्टी की उत्तराखंड इकाई के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष हैं. चुफाल डीडीहाट विधानसभा से लगातार छठी बार विधायक रहे हैं. साथ ही पिछली सरकार में एक बड़े चेहरे के रूप में पेयजल मंत्री भी रहे. बिशन सिंह चुफाल 1996 में उत्तर प्रदेश राज्य में पहली बार चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे थे, तब से अपनी सीट में हमेशा अजेय रहे हैं.
दरअसल 21 मार्च को बीजेपी विधायक दल की बैठक में पुष्कर धामी को फिर से विधायक दल का नेता चुना गया. वहीं पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव में दो-तिहाई बहुमत प्राप्त कर भाजपा लगातार दूसरी बार सत्ता पर काबिज हुई है. लेकिन सीएम धामी खुद खटीमा सीट से चुनाव हार गए, इसके बावजूद बीजेपी शीर्ष नेतृत्व ने धामी पर ही भरोसा जताया है. ऐसे में अब मुख्यमंत्री पद पर बने रहने के लिए पुष्कर सिंह धामी को अगले 6 महीने के अंदर विधानसभा का सदस्य बनना होगा.