
ऋषिकेश: तीर्थनगरी में मसूरी- देहरादून विकास प्राधिकरण ने गंगा में बढ़ रहे प्रदूषण को देखते हुए गंगा किनारे हो रहे निर्माणों का सर्वे करना शुरू कर दिया है. ऋषिकेश से लेकर हरिपुर कला तक एमडीडीए ने सर्वे को गति दे दी है.
वहीं उच्च न्यायालय और एनजीटी दोनों के द्वारा गंगा के 200 मीटर के दायरे में निर्माण प्रतिबंधित किया गई है.गंगा किनारे लगातार अवैध निर्माणों का सिलसिला जारी है, यहां तक कि गंगा किनारे एक नहीं बल्कि दर्जनों निर्माण धड़ल्ले से जारी है. पूर्व में रहे हरिद्वार विकास प्राधिकरण को लगातार शिकायतें की गई.
लेकिन उनके द्वारा निर्माणों को सिर्फ नोटिस के अलावा कोई कार्रवाई नहीं कि गई. जबकि उच्च न्यायालय के साथ साथ एनजीटी के द्वारा भी गंगा किनारे निर्माणों पर रोक लगाई गई है. उच्च न्यायालय और एनजीटी दोनों के द्वारा गंगा के 200 मीटर के दायरे में निर्माण प्रतिबंधित किया गया है.