
चम्पावत : दुग्ध संघ परिसर में सोमवार को वार्षिक सामान्य निकाय अधिवेशन (एजीएम) का आयोजन किया गया। जिसमें दुग्ध संघ ने तीन साल का लेखा जोखा पेश किया और वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए 24.33 करोड़ के प्रस्ताव को पास किया। साथ ही कर्मचारियों व काश्तकारों को दुग्ध संघ को नई ऊंचाईओं तक ले जाने का संकल्प लिया। इस दौरान उत्कृष्ट कर्मचारी, दुग्ध उत्पादक व सचिव को भी संघ द्वारा सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि विधायक कैलाश गहतोड़ी व दर्जा राज्य मंत्री हयात सिंह माहरा ने संयुक्त रूप से किया। सर्वप्रथम तीन साल का लेखाजोखा प्रस्तुत करते हुए प्रबंधक राजेश मेहता ने बताया कि इस बार आयोजित एजीएम में दो वर्षों का लेखा जोखा रखा गया है। वित्तीय वर्ष 2019-20 में 11.34 करोड़ रुपये की दूध बिक्री की जाएगी। जिसमें 35.71 लाख रुपये का कुल लाभ हुआ। 31.12 लाख रुपये किसानों को देने के बाद 4.69 लाख रुपये का शुद्ध लाभ प्राप्त हुआ।
वहीं वित्तीय वर्ष 2020-21 में 12.17 करोड़ रुपये की दूध बिक्री की जाएगी। कोरोना काल के चलते लाभ कम हुआ। जिसमें 24.54 लाख का कुल लाभ हुआ। इसमें 20 लाख रुपये किसानों को देने के बाद 4.54 लाख रुपये का शुद्ध लाभ प्राप्त हुआ। इसके अलावा वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए 24.32 करोड़ का प्रस्ताव व 26.34 लाख का प्रस्तावित लाभ संघ के सम्मुख रखा। जिसे बोर्ड ने सर्वसम्मति से पास किया। जिसे संघ ने सर्वसम्मति से पास किया। इसके अलावा कृषकों की सुविधा के लिए अलग से बजट की व्यवस्था की जाएगी। यह बजट उनके सुख दुख में काम आएगा। इस अवसर पर विधायक गहतोड़ी ने कहा कि दुग्ध संघ काश्तकारों की आय को दोगुना करने में कामयाब रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार की इच्छाएं रह गई हैं वह अपनी अगली सरकार में जरूर पूरा करेगी। अधिवेशन की अध्यक्षता दुग्ध संघ अध्यक्ष पार्वती देवी ने की। विशिष्ठ अतिथि हयात सिंह माहरा ने कहा कि दुग्ध उत्पादकों के लिए सरकार की ओर से विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं। प्रत्येक काश्तकार को योजनाओं का लाभ मिलना आवश्यक है।