
देहरादूनः बीजेपी के पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन और खानपुर विधायक उमेश कुमार के बीच जुबानी जंग तूल पकड़ता जा रहा है. अब प्रणव चैंपियन ने विधायक उमेश कुमार पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने उमेश कुमार से अपनी जान को खतरा बताया है. इसके अलावा उन्होंने खानपुर विधायक पर यूपी के कुख्यात अपराधियों को संरक्षण दिए जाने के आरोप भी मढ़े हैं.
कुंवर प्रणव चैंपियन ने आरोप लगाते हुए कहा कि खानपुर विधायक उमेश कुमार (Khanpur MLA Umesh Kumar) ग्रेटर नोएडा से दुर्दांत अपराधियों को हरिद्वार बुलाकर उन्हें संरक्षण दे रहे हैं. खानपुर विधायक के मंसूबे बड़े खतरनाक हैं, इसलिए हमारे परिवार को इनसे जान माल का खतरा बना हुआ है. इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्य है कि उत्तराखंड में कुछ बड़े अधिकारी इनके अपने हैं और यह अधिकारी जानबूझकर अन्याय का समर्थन कर रहे हैं. उन्होंने प्रदेश सरकार से अनियमितता पर ध्यान देने का आग्रह किया है.
वहीं, कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन का कहना है कि इस तरह के व्यक्ति प्रदेश के माहौल को दूषित कर रहे हैं. ऐसे व्यक्तियों को निषेध किया जाना जरूरी है. खानपुर के पूर्व विधायक का यह भी कहना है कि जिनके ऊपर खुद गंभीर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं. उन्हें किस शासनादेश के तहत सुरक्षा प्रदान की गई है, लेकिन इसके ठीक उलट मेरे ऊपर सुरक्षा का गंभीर खतरा मंडरा रहा है. उन्होंने सरकार से अपनी सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि उमेश जय कुमार के मंसूबों को देखते हुए वो अपनी सुरक्षा को लेकर जल्द ही मुख्यमंत्री से भी भेंट करने जा रहे हैं.
चैंपियन का विवादों से पुराना नाताः कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन हमेशा विवादित बयानों और अलग-अलग कारनामों की वजह से सुर्खियों में रहते हैं. चैंपियन के बयानों और कारनामों की वजह (Pranav Champion Controversial Statement) से कई बार पार्टी को मुश्किलों का सामना करना पड़ा है. हालांकि, बीजेपी ने कई बार चैंपियन को हिदायत भी दी, लेकिन जब वो नहीं माने तो बाद में उन्हें पार्टी से अनुशासनहीनता के आरोप में निष्कासित कर दिया गया.
इससे पहले चैंपियन का तमंचों और शराब के साथ फिल्मी गाने पर ठुमकों का वीडियो भी वायरल हुआ था. इतना ही नहीं मामला तब पेचीदा हो गया, जब एक निजी चैनल के पत्रकार के साथ बदसलूकी कर दी. जिस पर त्रिवेंद्र सरकार की जमकर किरकिरी हुई थी. जिसके बाद संगठन ने कार्रवाई अमल में लाते हुए उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया.
वहीं, 9 जुलाई 2019 को उनका एक वीडियो भी वायरल हुआ था. इस वीडियो में वो राज्य के प्रति आपत्तिजनक टिप्पणी भी कर रहे थे. जिसके बाद बीजेपी ने 22 जून को अनुशासनहीनता के आरोप में चैंपियन की पार्टी की प्राथमिक सदस्यता तीन माह के लिए निलंबित कर दी थी. इन्हीं सब घटनाओं के बाद पार्टी पर चैंपियन को निष्कासित करने का प्रेशर था. इसके बाद पार्टी ने उन्हें छह साल के लिए निष्कासित कर दिया था. वहीं, चैंपियन को बीजेपी ने बाहर का रास्ता तो दिखाया, लेकिन 13 महीनों के भीतर ही वापस पार्टी में ले लिया गया है.