
थौलधार और जौनपुर ब्लाक के मध्य देवलसारी क्षेत्र प्राकृतिक सौंदर्य को समेटे हुए है। गर्मियों में घने देवदार के जंगल और जगह-जगह प्राकृतिक जल स्रोत पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन सकता है, लेकिन सड़क नहीं होने से दोनों ब्लाकों की सीमाओं में फैले इस रमणीक स्थल तक अभी सीमित पर्यटक ही पहुंच पा रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि क्षेत्र को मोटर मार्ग से जोड़ा जाता है, तो देवलसारी नया टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में पहचान बना सकता है।
देवलसारी क्षेत्र घने देवदार के जंगलों से घिरा रमणीक स्थल है। बंस्यूल क्षेत्र के जिला पंचायत सदस्य जयवीर सिंह रावत ने बताया कि प्राकृतिक सौंदर्य का खजाना समेटे देवलसारी क्षेत्र को जोड़ने के लिए थत्यूड़ के मोलधार से देवलसारी होते हुए चापड़ा-कटखेत तक 15 किमी सड़क बनाई जाती है, तो वह क्षेत्र नए पर्यटन स्थल के रूप में विकसित होने के साथ ही मसूरी से थत्यूड़-मोलधार होते हुए देवलसारी और वहां से चापड़ा कटखते से धरासू पहुंचकर उत्तरकाशी का सफर भी काफी आसान हो जाएगा। उन्होंने बताया कि मोलधार-देवलसारी-चापड़ा कटखेत सड़क बनाने के लिए वन भूमि भी ज्यादा नहीं है। उन्होंने बताया कि सड़क बनने से नागटिब्बा पैदल रूट की दूरी भी काफी कम हो जाएगी। दोनों ब्लाकों की सीमाओं को सड़क से जोड़ने के लिए सीएम को ज्ञापन भेजा गया है।
देवलसारी क्षेत्र काफी रमणीक स्थल है। वह क्षेत्र पहले से ही काफी प्रसिद्ध है, लेकिन सड़क सुविधा नहीं होने से कम पर्यटक ही वहां पहुंच पाते हैं। मोटर मार्ग बनने से देवलसारी-चापड़ा क्षेत्र नया टूरिस्ट डेस्टिनेशन बन सकता है।
– अतुल भंडारी, जिला पर्यटन अधिकारी नई टिहरी।
चापड़ा से देवलसारी सड़क निर्माण की मांग की जा रही है, तो सहायक अभियंता को क्षेत्र में भेजकर सर्वे कराई जाएगी। इसमें कुछ हिस्सा थत्यूड़ लोनिवि में पड़ता है। उनसे भी समन्वय करने का प्रयास किया जाएगा।
– डीएस नेगी, अधिशासी अभियंता, लोनिवि चंबा।