
देहरादून : विधानसभा सचिवालय में हुई नियुक्तियों में गड़बड़ी की जांच के लिए एक दिन पहले गठित विशेषज्ञ समिति ने जांच शुरु कर दी है। समिति के अध्यक्ष डीके कोटिया व सदस्य सुरेंद्र सिंह रावत ने रविवार को विधानसभा सचिवालय में बैठक की और फिर अभिलेख एकत्रित कर इनका परीक्षण किया। सोमवार को समिति के तीसरे सदस्य अवनेंद्र सिंह नयाल भी जांच पड़ताल में शामिल हो जाएंगे।
चौथी विधानसभा के कार्यकाल में हुई 72 तदर्थ नियुक्तियों का मामला तूल पकड़ने के बाद मुख्यमंत्री ने विधानसभा में हुई भर्तियों की जांच कराने और अनियमितता पाए जाने पर ऐसी सभी नियुक्तियों को निरस्त करने का अनुरोध वर्तमान विधानसभा अध्यक्ष से किया था।
विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने शनिवार को दिल्ली से देहरादून पहुंचकर विधानसभा में राज्य गठन से लेकर अब तक की सभी नियुक्तियों की जांच के लिए विशेषज्ञ समिति गठित करने का एलान किया। साथ ही सचिव विधानसभा मुकेश सिंघल को लंबी छुट्टी पर भेज दिया गया था।
विशेषज्ञ समिति में सेवानिवृत्त आइएएस डीके कोटिया अध्यक्ष और सुरेंद्र सिंह रावत व अवनेंद्र सिंह नयाल को सदस्य नामित किया गया। कार्मिक से संबंधित मामलों के विशेषज्ञ तीनों ही सेवानिवृत्त आइएएस पूर्व में शासन में सचिव कार्मिक रह चुके हैं।
विशेषज्ञ समिति को माहभर के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपनी हैं। इसे देखते हुए समिति ने रविवार से ही जांच शुरू कर दी। इस क्रम में यह पहले ही तय कर दिया गया था कि रविवार को विधानसभा सचिवालय के अधिष्ठान से संबंधित कार्मिक कार्यालय आएंगे।
जांच के सिलसिले में समिति के अध्यक्ष डीके कोटिया और सदस्य सुरेंद्र सिंह रावत ने रविवार सुबह करीब साढ़े 10 बजे विधानसभा सचिवालय पहुंचकर पहले बैठक की। फिर उन्होंने अधिष्ठान से संबंधित कार्मिकों से विधानसभा में हुई नियुक्तियों से संबंधित फाइलें व अन्य अभिलेख एकत्र किए। बताया गया कि जो भी फाइलें मांगी गई, वह समिति को उपलब्ध कराई गईं। इसके बाद शाम करीब पांच बजे तक अभिलेखों का परीक्षण चलता रहा।