
देहरादून: पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष रहे हरीश रावत ने भाजपा के साथ ही बगैर नाम लिए कांग्रेस के एक नेता पर भी उनकी छवि धूमिल करने के प्रयास का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि ये नेता उनके साथ ही हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा सीट से उनकी बेटी को भी चुनाव में पराजित करने के प्रयास में लगे थे। हार के बाद हरीश लगातार अपनी पार्टी को घेरने में लगे हैं।
हरीश रावत की अगुवाई में कांग्रेस लगातार दूसरी बार हारी है। 2017 में वह मुख्यमंत्री थे और दोनों सीटों से हारे और कांग्रेस की प्रदेश बुरी तरह से हार हुई। इस बार वह एक सीट से चुनाव लड़े। मुख्यमंत्री घोषित किये जाने को तमाम हथकड़े अपनाएं। नतीजा यह हुआ कि वह हार गए। उनकी अगुवाई में दूसरी बार कांग्रेस हारी। अब कांग्रेस को संगठित करने के बजाए वह अपनी हार के लिए दूसरे कांग्रेसियों पर ठीकरा फोड़ने में लगे हैं। वह लगातार सोशल मीडिया पर साथी कांग्रेसियों को घेर रहे हैं। धड़ों में बंटी कांग्रेस के लिए हरीश की यह राजनीति ठीक नहीं मानी जा रही है। उन्होंने कहा कि उन्हें ऐसे भाजपाई और कांग्रेस नेता का भंडाफोड़ करना है। पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उन पर लगाए जा रहे आरोपों पर प्रमाणिक तौर पर तथ्य सामने आने पर वह राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा कर देंगे। पूर्व मुख्यमंत्री ने इंटरनेट मीडिया में एक पोस्ट में कहा कि चुनाव हारने के बाद इंटरनेट मीडिया में उन पर लगातार हमले किए जा रहे हैं।