
देहरादून: न्यू रोड स्थित फर्जी अंतरराष्ट्रीय काल सेंटर ए टू जेड साल्यूशन का पर्दाफाश होने के बाद अब इसमें कुछ पुलिसकर्मियों की संलिप्तता भी सामने आ रही है। आरोप है कि काल सेंटर संचालकों को इन पुलिसकर्मियों का संरक्षण प्राप्त था।
यहां तक कि जिस दिन काल सेंटर में स्पेशल टास्क फोर्स ने दबिश दी, उसकी काल सेंटर संचालकों को पहले ही भनक लग गई थी। जिसके चलते वह कुछ नकदी लेकर पहले ही फरार हो गए। मामला पुलिस महानिदेशक के संज्ञान में आने के बाद जब जांच शुरू हो गई है। साक्ष्य मिले तो उन पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई तय है।
पुलिस सूत्रों की मानें तो जिस दिन एसटीएफ ने काल सेंटर में दबिश दी, इसकी भनक सेंटर संचालकों को पहले ही लग गई थी। सेंटर व आरोपितों के घरों में करोड़ों रुपये पड़े थे, जिसमें आधे रुपये लेकर आरोपित गर्भित, नितिन गुप्ता व उदित गर्ग फरार हो गए। पुलिस ने काल सेंटर से एक करोड़ 26 लाख रुपये बरामद किए हैं।
पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने बताया कि मामले में कुछ पुलिसकर्मियों की संलिप्तता सामने आ रही है। यदि पुलिसकर्मियों के खिलाफ ठोस साक्ष्य मिलते हैं तो उन्हें किसी भी कीमत पर उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने बताया कि मामले की उच्च स्तरीय जांच करवाई जा रही है।