
देहरादून: उत्तराखंड के बहुचर्चित सिडकुल घोटाले को लेकर बड़ी अपडेट सामने आई है. पिछले 6 सालों से सिडकुल घोटाले की लागतार चल रही जांच अब पूरी हो गयी है. 500 करोड़ रूपये के सिडकुल घोटाले को लेकर 2017 में सरकार द्वारा एसआईटी (SIT) गठित की गई थी. सिडकुल मामले की जांच कर रही एसआईटी ने अब तफ्तीश पूरी कर ली है, जिसकी रिपोर्ट कांवड़ यात्रा के बाद शासन को भेजी जाएगी. जिसके बाद शासन के निर्देशानुसार दोषी अधिकारियों पर कार्यवाई की प्रक्रिया शुरू होगी.
गौरतलब है कि 2017 में साल 2012 से 2017 तक सिडकुल में 500 करोड़ रुपये के घोटाले का खुलासा हुआ था. सिडकुल (स्टेट इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड) में इंडस्ट्रियल एरियाज को डेवलपमेंट और कारपोरेशन में नौकरी को लेकर कई सवाल उठे थे. जिसमें सिडकुल के अधिकारियों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा था. पूरे मामले को लेकर आरोप लगा कि अधिकारियों ने अपने जानने वाले लोगों को सिडकुल के तय मानकों को ताक पर रख कर काम दिया और बिना योग्यता के ही सिडकुल में नौकरियां दी. घोटाले की बात मीडिया में सामने आने के बाद तत्कालीन सरकार द्वारा जांच के लिए एसआईटी गठित की गई थी.
एसआईटी ने जांच रिपोर्ट के लिए बनाई गई 224 फाइलों की तफ्तीश 6 साल बाद पूरी की है, जिसे कांवड यात्रा के बाद शासन को भेजी जाएगी. जांच रिपोर्ट शासन स्तर पर जाने के बाद मामले में दोषी अधिकारीयों पर मुकदमा दर्ज कर कार्यवाई शुरू होगी. पूरे मामले में डीआईजी गढ़वाल के.एस नगन्याल ने कहा कि सिडकुल मामले में 224 फाइलों की जांच एसआईटी को करनी थी, जिसमे कई अनियमितताएं सामने आई है. इन अनियमितताओं को लेकर विभाग से रिपोर्ट आ गयी है, जिसको जल्द ही कांवड़ यात्रा के बाद शासन को भेजा जायेगा.