
रुद्रप्रयाग: केदारनाथ यात्रा मार्ग पर घोड़े-खच्चरों के संचालन से अव्यवस्थाओं एवं जाम की स्थिति पैदा हो रही है. जिसे देखते हुए जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने जिला पंचायत एवं जीमैक्स को रोटेशन के आधार पर घोड़े-खच्चरों का संचालन करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही बिना रजिस्ट्रेशन के चलने वाले 136 घोड़े-खच्चरों एवं हाॅकरों का चालान किया गया है. जिससे 68 हजार रुपए का अर्थदंड वसूला गया है.
बता दें केदारनाथ यात्रा मार्ग पर आठ से दस हजार घोड़े-खच्चरों का संचालन होने से तीर्थयात्रियों को भारी दिक्कतें का सामना करना पड़ रहा है. केदारनाथ धाम के लिए गौरीकुंड से एक ही पैदल पड़ाव है, जिस पर यात्रियों के साथ ही घोड़े-खच्चरों का भी संचालन हो रहा है. ऐसे में आये दिन तीर्थयात्री घोड़े-खच्चरों के धक्कों से खाई में गिर रहे हैं. जबकि मार्ग पर फिसलन होने से यात्री चोटिल भी हो रहे थे. ऐसे में जिला प्रशासन ने तीर्थयात्रियों की समस्या को समझते हुए अब रोटेशन के तहत घोड़े-खच्चरों का संचालन करवाना शुरू कर दिया है.
यात्रा मार्ग में संचालित हो रहे घोड़े-खच्चरों का जी मैक्स की ओर से रोटेशन के आधार पर घोड़े-खच्चरों का संचालन प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. जिसमें पहले दिन जनपद चमोली एवं रुद्रप्रयाग के घोड़े-खच्चरों का संचालन किया जायेगा. दूसरे दिन रुद्रप्रयाग एवं उत्तरकाशी तथा तीसरे दिन रुद्रप्रयाग एवं अन्य जनपदों से आए घोड़े-खच्चरों का संचालन किया जाएगा. रोटेशन से संचालन होने से जहां घोडे़-खच्चरों को आराम मिलेगा. साथ ही तीर्थयात्रियों को भी परेशानियों से नहीं जूझना पड़ेगा.