
अल्मोड़ा : सोबन सिंह जीना राजकीय आयुर्विज्ञान एवं शोध संस्थान में स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर करने की कवायद तेज हो गई है। कालेज के अधीन बेस अस्पताल का डायलिसिस विभाग अब हंस फाउंडेशन संचालित करेगा। निदेशालय स्तर पर इसको लेकर करार हुआ है। कालेज प्रशासन भी डायलिसिस फाउंडेशन को हस्तांतरित करने की तैयारी कर रहा है।
बेस अस्पताल में काफी लंबे समय से डायलिसिस की सुविधा है। लेकिन कभी डाक्टरों की कमी और कभी उपकरण के बीच यहां नियमित और प्रतिदिन डायलिसिस नहीं हो पाते थे। पूर्व में जिला अस्पताल के फिजिशियन यहां सप्ताह में दो दिन डायलिसिस करते थे। उनकी सेवानिवृत्ति के बाद कुछ समय तक बंद डायलिसिस बाद में मेडिकल कालेज के फिजिशियन ने शुरू किया। अब प्रतिदिन कालेज में सेवा मिलती है। लेकिन बीते दिनों तीन में से एक मशीन खराब होने से सेवा प्रभावित होने लगी। कई बार एक मशीन खराब होने से मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। पर अब डायलिसिस का संचालन हंस फाउंडेशन करने जा रहा है।
कुछ माह पूर्व इसको लेकर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। मार्च में ही फाउंडेशन को हस्तांतरित करने की भी प्रक्रिया चल रही है। फाउंडेशन के डायलिसिस संचालित करने से सेवाएं बेहतर होने की उम्मीद है। हालांकि फिलहाल इसमें डाक्टरों के कालेज से लेने या अलग डाक्टर नियुक्त करने पर फिलहाल संशय है।
डायलिसिस हंस फाउंडेशन की ओर से संचालित करने की प्रक्रिया चल रही है। निदेशालय स्तर से इस पर कार्य हुए हैं, इसी माह हस्तांतरित होने की उम्मीद है। जिसके बाद फाउंडेशन ही इसे संचालित करेगा।
-डा. सीपी भैसोड़ा, प्राचार्य मेडिकल कालेज अल्मोड़ा।