
रुड़की : सीवर कनेक्शन के उपभोक्ताओं को जल्द ही जर्जर सीवर लाइनों के चोक एवं ओवरफ्लो होने की समस्या से छुटकारा मिल जाएगा। क्योंकि एशियन डेवलपमेट बैंक (एडीबी) की ओर से सीवर प्रोजेक्ट के तहत जल संस्थान के उपभोक्ताओं को कनेक्शन देने का काम अंतिम चरण में पहुंच गया है। इसके बाद शहर का सीवर सीवरेज ट्रीटमेट प्लांट (एसटीपी) में जाएगा।
शहर में सीवर प्रोजेक्ट के अंतर्गत एडीबी की ओर से पहले नई सीवर लाइन डालने का कार्य किया गया था। इसके बाद पिछले करीब सवा साल से नई सीवर लाइन से जल संस्थान के सीवर के उपभोक्ताओं को कनेक्शन देने का काम किया जा रहा है। कोरोना महामारी के कारण लगे लाकडाउन की वजह से कुछ समय तक प्रोजेक्ट का कार्य प्रभावित रहा, लेकिन अब कनेक्शन देने का काम अंतिम चरण में पहुंच गया है। इसके बाद कार्यदायी संस्था ने जिन-जिन क्षेत्रों में भी नई सीवर लाइन डाली है, वहां का सीवर एसटीपी में जाएगा। ऐसे में उपभोक्ताओं को लगभग 40-50 वर्ष पुरानी जर्जर हो चुकी सीवर लाइनों के बार-बार चोक एवं ओवरफ्लो होने की समस्या से निजात मिल जाएगी। एडीबी अब तक दस हजार एक सौ उपभोक्ताओं को नई सीवर लाइन से कनेक्शन दे चुका है।
अब लगभग पांच सौ कनेक्शन देने बाकी रह गए हैं। एडीबी के सहायक अभियंता संजीव कुमार ने बताया कि अभी करीब साढ़े चार से पांच एमएलडी सीवर एसटीपी में जा रहा है। जिन-जिन क्षेत्रों में नई सीवर लाइन से कनेक्शन दिए गए हैं उन सभी का सीवर नई लाइन में जाने के बाद करीब आठ से दस एमएलडी सीवर एसटीपी में जाएगा। बताया कि नई सीवर लाइन से कनेक्शन देने का काम अंतिम चरण में पहुंच गया है। इसलिए जो उपभोक्ता किसी कारणवश कनेक्शन लेने से वंचित रह गए हैं वे अपना कनेक्शन जुड़वा लें।