
Dehradun: 21 जनवरी 2021 को राहुल सेतिया निवासी राजपुर रोड ने शिकायत दर्ज कराई थी कि राहुल अग्रवाल निवासी डालनवाला और विकास सिंह निवासी मुजफ्फरनगर जो कि पीड़ित के साथ पहले एक कम्पनी में काम करते थे. दोनों ने एक नई र्स्टाटअप कम्पनी मैसर्स बेसिक फर्स्ट नाम से शुरू करने की बात कही. बताया कि उसका कार्य स्थान देहरादून में रहेगा. इस कम्पनी के माध्यम से स्कूल व इंस्टीट्यूट में टैबलेट सप्लाई का काम किया जायेगा. जिसमें निवेश करने पर लाभ 5% पीड़ित को दिया जायेगा.
वहीं, इस आधार पर पीड़ित और कम्पनी के बीच एक एग्रीमेंन्ट किया. जिसमें कम्पनी शुरू करने के लिए पीड़ित ने पांच लाख बयानवे हजार रुपए दिये. उसके बाद कम्पनी शुरू नहीं हो पायी, न ही पीड़ित के पैसे वापस मिले. जिस सम्बन्ध में कम्पनी के मालिक रणधीर कुमार प्रियदर्शी से सम्पर्क करने की कोशिश की. बार-बार पैसे वापस देने का आग्रह करने पर भी उसके पैसे वापस नहीं मिले. इस सम्बन्ध में जानकारी करने पता चला कि कम्पनी के मालिक ने उत्तर प्रदेश, पंजाब व अन्य जगहों पर लगभग 60 से 70 डिस्ट्रीब्यूटर बनाये हैं, जो लोगों से पैसा लेकर धोखाधड़ी से उनका पैसा हड़प लेते हैं. जिसपर कोतवाली नगर में मुकदमा दर्ज किया गया.
जिस पर टीम ने बिहार और झारखंड में संभावित जगहों पर दबिश दी, लेकिन रणधीर कुमार प्रियदर्शी वहां से भी फरार हो गया. उसके बाद भी टीम ने आरोपी की गिरफ्तारी में लगी रही. दोबारा मुखबिर की सूचना के आधार पर आरोपी के रांची झारखण्ड राज्य में रहने की सूचना प्राप्त हुई. यह भी जानकारी प्राप्त हुई की वहां वह बंसी पटेल नगर रांची क्षेत्र में नाम बदलकर अध्यापक का कार्य कर रहा है. सूचना के आधार पर एसओजी और नगर कोतवाली नगर पुलिस ने 26 जुलाई को फरार रणधीर कुमार प्रियदर्शी को वंसी पटेल नगर सत्य अपार्टमेंट रांची झारखंड से गिरफ्तार किया.