
पौड़ी: जहां एक ओर प्रदेश के जंगल धधक रहे हैं वहीं दूसरी ओर जिला प्रशासन ने आपदा को लेकर मॉकड्रिल (Pauri Administration mockdrill) का आयोजन किया. जिसमें वनाग्नि से लेकर विभिन्न प्रकार की आपदाओं से निपटने का पूर्वाभ्यास किया गया. जिसमें जिला व पुलिस प्रशासन के अधिकारियों और कर्मचारियों ने आपदा में राहत और बचाव के गुर सीखे.
हैरत की बात है कि वनाग्नि की घटनाएं गढ़वाल डिवीजन के गढ़वाल वन प्रभाग की ही हैं, जो कि जिला मुख्यालय से सटा हुआ क्षेत्र है. गढ़वाल वन प्रभाग में अभी तक 71 वनाग्नि की घटनाओं समेत अन्य प्रभागों को मिलाकर कुल 84 घटनाएं हो चुकी हैं. जबकि सिविल वन प्रभाग की 116 घटनाएं हुई हैं. वनाग्नि की इन घटनाओं से करीब 8.25 लाख की क्षति पहुंची है. ऐसे में वनाग्नि और आपदा को लेकर हुए मॉकड्रिल में तकनीकी जानकारियां तो दी गईं लेकिन वास्तविक घटनाओं से अधिकारी और आपदा प्रबंधन तंत्र नदारद रहा.